धर्म-अध्यात्म

शालिग्राम जी को घर में स्थापित करते समय जरूर जान ले पूजा के नियम

Tara Tandi
2 Dec 2021 5:16 AM GMT
शालिग्राम जी को घर में स्थापित करते समय जरूर जान ले पूजा के नियम
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शालिग्राम जी के बारे में तो सभी लोग जानते हैं। ये काले रंग के गोल चिकने पत्थर के स्वरूप में होते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शालिग्राम जी के बारे में तो सभी लोग जानते हैं। ये काले रंग के गोल चिकने पत्थर के स्वरूप में होते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शालीग्राम जी भगवान श्री हरि विष्णु जी का विग्रह स्वरूप हैं। हिंदू धर्म को मानने वाले ज्यादातर लोगों को पूजा स्थान पर शालीग्राम जी भी स्थापित होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, जिन घरों में शालीग्राम जी होते हैं और नियम पूर्वक उनका पूजन किया जाता है, वहां पर हमेशा भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। यदि आपके घर में शालीग्राम जी हैं तो कुछ बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए, माना जाता है कि इनकी पूजा में भूल होने से भगवान विष्णु रुष्ट हो सकते हैं। प्रत्येक देवी-देवताओं की तरह इनके पूजन से संबंधित भी कुछ नियम बताए गए हैं जिन्हें ध्यान में रखना आवश्यक होता है। तो चलिए जानते हैं शालिग्राम जी की पूजा के नियम।

शालीग्राम जी को घर में रखने के पूजा संबंधी नियम-
शास्त्रों के अनुसार, शालीग्राम जी को किसी संत आदि से लेकर ही अपने घर में रखना चाहिए। यह बहुत शुभ माना जाता है।
शालीग्राम जी को न ही किसी शादी-शुदा व्यक्ति से लेना चाहिए और न ही किसी शादी-शुदा व्यक्ति को देना चाहिए।
यदि आपके घर में शालीग्राम जी हैं तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, अन्यथा आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
शालीग्राम जी की पूजा करते समय ध्यान रखें कि उनके ऊपर अक्षत चढ़ाना वर्जित माना गया है। यदि किसी स्थिति में अक्षत का प्रयोग कर रहे हैं तो हल्दी से रंगने के बाद ही करें।
शालीग्राम जी विष्णु जी का ही स्वरूप हैं इसलिए इनकी पूजा में तुलसी के पत्तों का प्रयोग करना चाहिए।
यदि घर में शालीग्राम जी रखे हैं और उनकी पूजा करते हैं तो नियमपूर्वक प्रतिदिन पूजन करना चाहिए।
इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शालीग्राम जी की पूजा का क्रम नहीं टूटना चाहिए।
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