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धर्म-अध्यात्म
किस दिन पड़ेगा कौन सा त्योहार, जानें जून माह के व्रत और त्योहार के बारे में
Rani Sahu
30 May 2022 5:00 PM GMT
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व्रत और त्योहारों के लिहाज से जून का महीना (June Month 2022) इस बार काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है
व्रत और त्योहारों के लिहाज से जून का महीना (June Month 2022) इस बार काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से ये साल का छठवां महीना है, जिसकी शुरुआत ज्येष्ठ माह की द्वितीया तिथि से होने जा रही है. इसी माह में रंभा तृतीया, गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती, कबीर जयंती, वट पूर्णिमा पर रहा जाने वाला वट सावित्री व्रत भी पड़ेगा. इस माह के अंत में आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि की भी शुरुआत होगी. इतना ही नहीं जून के महीने में ग्रहों की स्थिति में भी कुछ ऐसे बदलाव होने वाले हैं, जो तमाम लोगों के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं. यहां जानिए जून में पड़ने वाले प्रमुख व्रत और त्योहार की लिस्ट.
ये हैं जून के प्रमुख व्रत और त्योहार
02 जून, गुरुवार- रंभा तृतीया 03 जून, शुक्रवार- विनायक चतुर्थी 09 जून, गुरुवार- गंगा दशहरा 11 जून, शनिवार- निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती 14 जून, मंगलवार- संत कबीर जयंती, वट पूर्णिमा, पूर्णिमा अनुसार वट सावित्री व्रत 17 जून, शुक्रवार- संकष्टी चतुर्थी व्रत 24 जून- शुक्रवार- योगिनी एकादशी 27 जून- सोमवार- मासिक शिवरात्रि व्रत 28 जून- मंगलवार- दर्श अमावस्या 30 जून, बृहस्पतिवार- आषाढ़ नवरात्रि प्रारंभ
रंभा तृतीया
02 जून, गुरुवार को रंभा तृतीया का व्रत रखा जाएगा. ये व्रत सौभाग्य प्राप्ति के लिए रखा जाता है. माना जाता है कि इस व्रत को रखने से कुंवारी कन्याओं को मनवांछित वर प्राप्त होता है. वहीं सुहागिन महिलाओं का वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है.
विनायक चतुर्थी
हर माह में दो बार चतुर्थी तिथि आती है. माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. दोनों ही व्रत गणपति को समर्पित होते हैं. विनायक चतुर्थी 3 जून, शुक्रवार को है और संकष्टी चतुर्थी 17 जून, शुक्रवार को रखा जाएगा.
गंगा दशहरा
09 जून, गुरुवार को गंगा दशहरा का पर्व है. माना जाता है कि इस दिनमां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर मनुष्यों का उद्धार करने के लिए अवतरित हुई थीं. इस दिन को एक उत्सव की तरह मनाया जाता है. इस दिन मां गंगा की विशेष पूजा होती है, साथ ही गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है.
निर्जला एकादशी
11 जून, शनिवार को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस एकादशी को महाएकादशी माना जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को रखने से सभी 24 एकादशियों का पुण्य प्राप्त हो जाता है. इस व्रत में पानी पीना वर्जित होता है. ये एकादशी भगवान विष्णु को अति प्रिय है. इसी दिन गायत्री जयंती भी है. जून के महीने की दूसरी एकादशी 24 जून, शुक्रवार को पड़ेगी. इसे योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है.
कबीर जयंती
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कबीर जयंती होती है. इस बार ये 14 जून को है. कबीर दास ने पाखंड का विद्रोह किया था इसलिए उन्हें प्रथम विद्रोही संत कहा जाता है. पूर्णिमा आधारित कैलेंडर के हिसाब से इसी दिन वट सावित्री व्रत रखा जाता है. ज्यादातर दक्षिण भारत के राज्यों में लोग पूर्णिमा के दिन इस व्रत को रखते हैं.
मासिक शिवरात्रि व्रत
प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. ये व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है. ये व्रत इच्छित मनोकामना को पूर्ण करने वाला माना जाता है. इस बार मासिक शिवरात्रि 27 जून, सोमवार को है.
दर्श अमावस्या
श्राद्ध अमावस्या 28 जून, मंगलवार को मनाई जाएगी. इस दिन पितरों को याद कर पीपल की पूजा करने और तर्पण करने से पितर संतुष्ट होते हैं और आशीर्वाद देते हैं. स्नान-दान की अमावस्या 29 जून, बुधवार को मनाई जाएगी.
Rani Sahu
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