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धर्म-अध्यात्म
अक्टूबर में कब पड़ेगी एकादशी? पूजा- विधि, महत्व और पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट
Shiddhant Shriwas
24 Sep 2021 1:03 PM GMT
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हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय आश्विन मास चल रहा है। आश्विन मास की दोनों एकादशी अक्टूबर के महीने में पड़ रही हैं। एकादशी के दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना की जाती है। इस दिन व्रत रखने से मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं आश्विनी एकादशी डेट, पूजा- विधि, महत्व औ पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट....
एकादशी तिथियां-
इंदिरा एकादशी- 2 अक्टूबर, शनिवार
पापांकुशा एकादशी- 16 अक्टूबर, शनिवार
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एकादशी व्रत महत्व
इस पावन दिन व्रत रखने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है।
इस व्रत को करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
यह व्रत संतान के लिए भी रखा जाता है।
इस व्रत को करने से निसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति भी होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी का व्रत रखने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
एकादशी पूजा- विधि-
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
भगवान की आरती करें।
भगवान को भोग लगाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं।
इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।
एकादशी व्रत पूजा सामग्री लिस्ट
श्री विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति
पुष्प
नारियल
सुपारी
फल
लौंग
धूप
दीप
घी
पंचामृत
अक्षत
तुलसी दल
चंदन
मिष्ठान
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