धर्म-अध्यात्म

13 या 14 अक्टूबर को कब रखा जाएगा दुर्गा अष्टमी व्रत, जाने सही तारीख और पूजा

Shiddhant Shriwas
12 Oct 2021 3:00 AM GMT
13 या 14 अक्टूबर को कब रखा जाएगा दुर्गा अष्टमी व्रत, जाने सही तारीख और पूजा
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नवरात्रि में मां दुर्गा की उपासना का विशेष महत्व होता है। आदि शक्ति मां दुर्गा की कृपा पाने का नवरात्रि का समय बेहद शुभ माना जाता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नवरात्रि में मां दुर्गा की उपासना का विशेष महत्व होता है। आदि शक्ति मां दुर्गा की कृपा पाने का नवरात्रि का समय बेहद शुभ माना जाता है। नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का खास महत्व होता है। अष्टमी और नवमी तिथि में ज्यादातर लोग कन्या पूजन करते हैं। जानिए कब रखा जाएगा अष्टमी और नवमी व्रत-

अष्मी तिथि और शुभ मुहूर्त-
अष्टमी तिथि 12 अक्टूबर को रात 9 बजकर 47 मिनट से शुरू होकर 13 अक्टूबर की रात 08 बजकर 06 मिनट तक रहेगी। अष्टमी तिथि को मनाने वाले भक्त व्रत उदया तिथि में 13 अक्टूबर को रखेंगे। इस दिन अमृत काल सुबह -3 बजकर 23 मिनट से सुबह 04 बजकर 56 मिनट तक और ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 48 मिनट से सुबह 05 बजकर 36 मिनट तक है।
दिन का चौघड़िया :
लाभ – 06:26 AM से 07:53 PM तक।
अमृत – 07:53 AM से 09:20 PM तक।
शुभ – 10:46 AM से 12:13 PM तक।
लाभ – 16:32 AM से 17:59 PM तक।
रात का चौघड़िया :
शुभ – 19:32 PM से 21:06 PM तक।
अमृत – 21:06 PM से 22:39 PM तक।
लाभ (काल रात्रि) – 03:20 PM से 04:53 PM तक।
नवमी तिथि और शुभ मुहूर्त-
नवमी तिथि 13 अक्टूबर को रात 08 बजकर 07 मिनट से शुरू होकर 14 अक्टूबर की शाम 06 बजकर 52 मिनट तक रहेगी। नवमी तिथि को मनाने वाले लोग व्रत 14 अक्टूबर, गुरुवार को रखेंगे। पूजा का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक का है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 49 मिनट से सुबह 05 बजकर 37 मिनट तक का है।
संधि पूजा का महत्व-
अष्टमी तिथि के समाप्त होने के अंतिम 24 मिनट और नवमी तिथि शुरू होने के शुरुआती 24 मिनट के समय को संधि क्षण कहा जाता है। इस वक्त मां दुर्गा की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि संधि काल में मां दुर्गा ने असुर चंड और मुंड का वध किया था।

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