धर्म-अध्यात्म

कब हैं योगिनी एकादशी व्रत, जानिए सही तिथि एवं पारण का समय

Neha Dani
4 July 2021 9:37 AM GMT
कब हैं योगिनी एकादशी व्रत, जानिए सही तिथि एवं पारण का समय
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योगिनी एकादशी का व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| योगिनी एकादशी का व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने योगिनी एकादशी के व्रत को 88 हजार ब्राह्मणों के भोज के समतुल्य माना है। ये व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस वर्ष योगिनी एकादशी का व्रत 05 जुलाई दिन सोमवार को पड़ रहा है। जबकि एकादशी की तिथि आज, 04 जुलाई से ही प्रारंभ है, जिस कारण लोगों में दुविधा की स्थिति है। आइए जानते हैं योगिनी एकादशी व्रत की सही तिथि, मुहूर्त और पारण का समय तथा पूजन की विधि।

योगिनी एकादशी व्रत की तिथि एवं मुहूर्त

धर्माचार्यों के अनुसार इस वर्ष योगिनी एकादशी का व्रत 05 जुलाई दिन सोमवार को रखा जाएगा। हालांकि आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 04 जुलाई को शाम को 07 बजकर 55 मिनट पर लग रही है, जो 05 जुलाई दिन सोमवार को रात 10 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगी। परंतु उदया तिथि 05 जुलाई को पड़ने के कारण व्रत का विधान 05 जुलाई को है।

व्रत के पारण का समय

एकादशी व्रत का पारण अगले दिन सुबह द्वादशी की तिथि में किया जाता है। योगिनी एकादशी व्रत का पारण 06 जुलाई दिन मंगलवार को सुबह 05 बजकर 29 मिनट से सुबह 08 बजकर 16 मिनट के मध्य करने का मुहूर्त शुभ है।

योगिनी एकादशी व्रत की पूजा विधि

योगिनी एकादशी के दिन प्रात: स्नान आदि से निवृत होकर पीले रंग के कपड़े पहनना चाहिए। इसके बाद एक चौकी पर पीले रंग के आसन पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। भगवान विष्णु का जल से अभिषेक कर, उनको पीले फूल, फल, हल्दी, तुलसी दल, अक्षत्, पीले वस्त्र, धूप, दीप, पंचामृत आदि चढ़ाए। हाथ में जल लेकर एकादशी व्रत का संकल्प लें। इसके बाद विष्णु चालीसा या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। इस दिन योगिनी एकादशी व्रत की कथा सुनना सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करता है।


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