धर्म-अध्यात्म

विजयदशमी (दसराह) कब है, जानिए तारिक महत्व

HARRY
26 Aug 2023 11:58 AM GMT
विजयदशमी (दसराह) कब है, जानिए तारिक महत्व
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विजयदशमी पर्व : दशहरा का पर्व बुराई की अच्छाी पर जीत और असत्य की सत्य पर जीत का पर्व है। यह हर साल शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल कब मनाया जाएगा दशहरा का पर्व और क्या है इसका धार्मिक महत्व। दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। यह हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम से रावण का वध किया था। इसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन रावण का पुतला बनाकर उसका दहन किया जाता है। आइए जानते हैं इस साल कब है दशहरा का पर्व।

दशमी तिथि का आरंभ इस साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 24 अक्टूबर मंगलवार के दिन है। आपको बता दें कि दशमी तिथि का आरंभ 23 अक्टूबर को शाम के समय 5 बजकर 44 मिनट पर होगा और इसका समापन 24 अक्टूबर को 3 बजकर 14 मिनट पर होगा। दशहरा का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। बता दें कि इस साल दशहरा पर दो बहुत ही शुभ योग बनने जा रहे हैं एक रवि योग और दूसरी वृद्धि योग का संयोग है।दशहरा का महत्व दशहरा का पर्व असत्य की सत्य पर जीत का पर्व है। दशहरा जिसे विजय दशमी भी कहते हैं यह पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आता है। विजयदशमी यानी दशहरा नवरात्रि खत्म होने के अगले दिन मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध करने से पहले 9 दिनों तक मां दुर्गा की उपासनी की थी और 10वें दिन रावण का वध किया था।

इसे लेकर एक अन्य पौराणिक कथा कहती है कि एक महिषासुर नाम का राक्षस था जिसने ब्रह्मा जी की उपासना करके वरदान प्राप्त किया था कि वह पृथ्वी पर कोई भी उसे पराजित नहीं कर पाएगा अर्थात उसका वध नहीं कर पाएगा। महिषासुर से अपने पाप से हाहाकार मचा दिया था। तब ब्रह्मा विष्णु महेश ने अपनी शक्ति से दुर्गा मां का सर्जन किया था। मां दुर्गा और महिषासुर के बीच में 9 दिनों तक मुकाबला चला और 10वें दिन मां दुर्गा ने असुर का वध कर दिया।

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