धर्म-अध्यात्म

कब पड़ रही है वैशाख पूर्णिमा

Apurva Srivastav
18 April 2023 1:35 PM GMT
कब पड़ रही है वैशाख पूर्णिमा
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हिंदू धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है. हिंदू पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा हिंदी महीने की आखिरी तारीख होती है. गौरतलब है कि वैशाख मास की पूर्णिमा (Vaishakh Purnima 2023) को बुद्ध पुर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. आपको बता दें कि वैशाख पूर्णिमा हिंदू धर्म के साथ साथ बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी गयी है. बौद्ध धर्म की मान्यतानुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन ही महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था. तो चलिए जानते हैं कि इस बार वैशाख पूर्णिमा कब पड़ रही है और इसका महत्व.

वैशाख पूर्णमा तिथि 2023 (Vaishakh Purnima 2023 Date)
आपको बता दें कि इस बार वैशाख पूर्णिमा 5 मई को पड़ रही है.
पूर्णिमा तिथि 4 मई, 2023 के दिन दोपहर 12.45 Pm पर आरंभ होगी.
पूर्णिमा तिथि 5 मई, 2023 के दिन सुबह 9.45 पर समाप्त होगी.
वैशाख पूर्णिमा का महत्व (Vaishakh Purnima Significance In Hindi)
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक, वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व है. मान्यतानुसार, इस दिन विधि विधान के साथ पूजा पाठ करने व उसके बाद दान दक्षिणा करना बहुत ही शुभ होता है. इस दिन की जाने वाली दान दक्षिणा का कई गुना फल प्राप्त होता है. आपको बता दें कि वैशाख पूर्णिमा के दिन व्रत धारण करने से बुरे या पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और आपका कल्याण होता है. जिसके फलस्वरूप घर में सुख शांति के साथ साथ धन वैभव का आगमन होता है.
वैशाख पूर्णिमा 2023 पूजा विधि (Vaishakh Purnima Puja Vidhi)
वैशाख पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना बहुत ही शुभ होता है, लेकिन अगर ऐसा संभव न हो, तो घर पर ही गंगा जल में जल मिलाकर स्नान करना चाहिए.
स्नान के बाद सूर्य के मंत्रों का जाप करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए.
इसके बाद भगवान विष्णु का नाम लेते हुए घर के मंदिर में या पुजा स्थल पर दीपक जलाना चाहिए.
इसके बाद भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इसके अलावा इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा कराना या सुनना बहुत ही कल्याणकारी माना गया है.
इस दिन शाम के वक्त चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए.
इसके बाद भगवान को भोग लगाना चाहिए.
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