धर्म-अध्यात्म

साल 2021 का दूसरा सूर्य ग्रहण कब है? जानें सही डेट और देश में इसका प्रभाव

Gulabi
11 Jun 2021 7:18 AM GMT
साल 2021 का दूसरा सूर्य ग्रहण कब है? जानें सही डेट और देश में इसका प्रभाव
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साल 2021 का दूसरा सूर्य ग्रहण

Next Surya Grahan effect in India 2021: साल 2021 का पहला सूर्यग्रहण 10 जून की शाम 6 बजकर 41 मिनट पर समाप्त हो गया. यह पूर्ण सूर्यग्रहण था. यह भारत में आंशिक रूप से केवल दो राज्यों के कुछ स्थानों से खत्म होने के कुछ देर पहले देखा जा सका था. इसके अलावा पहला सूर्यग्रहण उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप, एशिया के कई शहरों, उत्तरी कनाडा और रूस के ज्यादातर हिस्सों में देखा गया.

कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण
ज्योतिष शास्त्र की गणनाओं के मुताबिक़ इसके बाद दूसरा सूर्यग्रहण इसी साल के अंत में 4 दिसंबर 2021 को लगेगा. इस सूर्यग्रहण को भी पहले सूर्यग्रहण की भांति भारत में नहीं देखा जा सकेगा. साल 2021 का दूसरा सूर्यग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा.
चंद्रग्रहण – 26 मई और 19 नवंबर 2021 को
सूर्य ग्रहण- 10 जून और 4 दिसंबर 2021 को
चंद्रग्रहण
इस साल का दूसरा या आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को दोपहर करीब 11.30 बजे लगेगा, जो कि शाम 05 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा. यह आंशिक चंद्रग्रहण होगा. यह भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में देखा जा सकेगा. वहीं पहला चंद्रग्रहण 26 मई को लगा था.
पूर्ण सूर्यग्रहण क्या है?
वैज्ञानिक मत के अनुसार अमावस्या के दिन सूर्य और पृथ्वी के मध्य जब चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य ग्रहण होता है. वहीं जब सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा की छाया पूर्णरूप से सूर्य को ढक लेती है, तब ये पूर्ण सूर्य ग्रहण कहलाता है. इस दिन रिंग ऑफ फायर का अद्भूत नाजारा भी देखने को मिलेगा.
सेकेंड सूर्य ग्रहण का भारत पर प्रभाव
साल 2021 का दूसरा सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इस लिए इस ग्रहण का कोई सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इस लिए भारत पर इसक कोई खास प्रभाव नहीं पडेगा. इसके बावजूद धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण को अशुभ घटना के रूप में देखा जाता है. इस दौरान शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है. सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना. मंदिरों में जाना मना होता है. सूर्य ग्रहण के समय मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं.
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