धर्म-अध्यात्म

शश’ नामक पंच महापुरुष योग कब बनता है इस योग में जन्में जातक भाग्यशाली होते है

Neha Dani
11 July 2023 11:20 AM GMT
शश’ नामक पंच महापुरुष योग कब बनता है  इस योग में जन्में जातक भाग्यशाली होते है
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धर्म अध्यात्म: मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र व शनि के कारण पांच विशिष्ट योग बनते हैं, जिन्हें ‘पंच महापुरुष’ योग कहते हैं। मंगल से ‘रूचक’, बुध से ‘भद्र’, बृहस्पति से ‘हंस’, शुक्र से ‘मालव्य’ और शनि से ‘शश’ नामक शश’ नामक पंच महापुरुष योग कब बनता है और इस योग में जन्में जातक भाग्यशाली और समृद्ध होते हैं मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र व शनि के कारण पांच विशिष्ट योग बनते हैं, जिन्हें ‘पंच महापुरुष’ योग कहते हैं। मंगल से ‘रूचक’, बुध से ‘भद्र’, बृहस्पति से ‘हंस’, शुक्र से ‘मालव्य’ और शनि से ‘शश’ नामक पंच महापुरुष योग बनता है। इस योग में जन्म लेने वाले जातक बहुत भाग्यशाली और समृद्धशाली होते हैं। इनमें ‘रूचक’ पंच महापुरुष योग सबसे प्रबल है। यदि मंगल मेष, वृश्चिक या मकर राशि में प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में है तो ‘रूचक’ पंच महापुरुष योग बनता है। ऐसे जातक बहुत पराक्रमी होते हैं। यह लोग आर्मी या पुलिस की नौकरी में अच्छे पद पर जा सकते हैं। ऐसा जातक अगर मूंगा धारण करे तो फायदा होगा। बुध मिथुन या कन्या राशि में प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में हो तो ‘भद्र’ पंच महापुरुष योग बनता है। ऐसा जातक बहुत बुद्धिमान होगा। अगर बुध 10 से 20 डिग्री के हैं तो ऐसा जातक बहुत ही समझदार होगा। ऐसा जातक अगर पन्ना पहने तो लाभ होगा।
बृहस्पति धनु, मीन या कर्क राशि में उच्च के होकर प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में हो तो ‘हंस’ पंच महापुरुष योग बनता है। ऐसा जातक शिक्षण कार्य या सरकार में अच्छे पद पर होता है। ऐसा जातक अगर पुखराज धारण करे तो उसे बहुत लाभ होता है। शुक्र वृष, तुला या मीन राशि में उच्च के होकर प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में हो तो ‘मालव्य’ पंच महापुरुष योग बनता है। फिल्म इंडस्ट्री, रेस्टोरेंट, ग्रॉसरी शॉप या गारमेंट इंडस्ट्री में रहेगा। ओपल या डायमंड पहनने से लाभ। शनि मकर, कुंभ या तुला राशि में उच्च के होकर प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में हो तो ‘शश’ पंच महापुरुष योग बनता है। ऐसा जातक लोहे के कारोबार, उत्पाद निर्माण इकाई, पेट्रोल पंप, ऑयल प्लांट या बहुत बड़ा उपदेशक भी बन सकता है। ऐसे जातक को नीलम पहनने से बहुत लाभ होगा।
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