- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- कब है अधिकमास की...
x
सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या की तिथि को महत्वपूर्ण बताया गया हैं जो कि हर माह में एक बार आती हैं अभी भगवान विष्णु का प्रिय महीना अधिकमास चल रहा हैं। जिसका आरंभ 18 जुलाई से हो चुका हैं और समापन 16 अगस्त को हो जाएगा।
पंचांग के अनुसार अभी अधिकमास का शुक्ल पक्ष चल रहा हैं और शुक्लपक्ष के अंतिम दिन पूर्णिमा तिथि पड़ती हैं जो कि पुण्यदायी तिथि मानी जाती हैं इस दिन पूजा पाठ और स्नान दान का विधान होता हैं। लेकिन सभी पूर्णिमाओं में अधिकमास में पड़ने वाली पूर्णिमा विशेष होती हैं इस दिन पवित्र नदी में स्नान, मंत्र जाप, ध्यान, दान पुण्य आदि काम करने से विष्णु संग माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं, तो ऐसे में आज हम आपको अधिकमास की पूर्णिमा तिथि और मुहूर्त के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
अधिकमास पूर्णिमा की तिथि—
आपको बता दें कि इस साल अधिकमास सावन में पड़ा हैं। पंचांग के अनुसार अधिकमास की पूर्णिमा 1 अगस्त दिन मंगलवार को पड़ रही हैं इसी दिन पूर्णिमा का व्रत पूजन, स्नान दान किया जाएगा। अधिकमास की पूर्णिमा और अमावस्या को एक त्योहार की तरह मनाया जाता हैं मान्यता है कि इस दिन व्रत पूजा और स्नान दान करने से देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता हैं और माता लक्ष्मी का घर में वास होता हैं।
अधिकमास पूर्णिमा का मुहूर्त—
धार्मिक पंचांग के अनुसार अधिकमास की पूर्णिमा तिथि 1 अगस्त को सुबह 3 बजकर 51 मिनट से आरंभ हो रही हैं और 2 अगस्त को प्रात: 12 बजकर 1 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में स्नान दान के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजकर 18 मिनट से सुबह 5 बजे तक का हैं।
Tara Tandi
Next Story