धर्म-अध्यात्म

सावन की शिवरात्रि कब है

Apurva Srivastav
6 July 2023 6:11 PM GMT
सावन की शिवरात्रि कब है
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भगवान शिव को अतिप्रिय माना जाने वाला सावन का महीना (sawan shivratri 2023) 4 जुलाई 2023 से शुरू हो चुका है. इस बार सावन का महीना बहुत ही खास माना जा रहा है, क्योंकि इस बार सावन का महीना (Sawan Shivratri 2023) 59 दिन का होने वाला है. इस पवित्र महीने में श्रद्धालु भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ करने से लेकर कांवड़ यात्रा तक निकालते हैं. सावन महीने की शुरूआत के साथ ही इस साल की कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है. कांवड़ियां कांवड़ (kawad yatra 2023 jal date) में लाए गए गंगाजल से सावन की शिवरात्रि (sawan shivratri 2023 date) के दिन भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं, जिसके बाद उनकी ये यात्रा पूर्ण मानी जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं इस सावन की शिवरात्रि कब पड़ रही है, इसका महत्व क्या है और किस तारीख को जल चढ़ाया जाएगा.
सावन 2023 की शिवरात्रि कब है?
सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत (sawan shivratri 2023 kab hai) रखा जाता है. ये वही खास दिन है, जिस दिन कांवड़ियां भोले का गंगाजल से अभिषेक करते हैं. इस बार ये तिथि 15 जुलाई 2023 को पड़ रही है. बता दें कि शिवरात्रि 15 तारीख की शाम को 8 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगी और 16 जुलाई को रात 10 बजकर 8 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में 15 जुलाई को सावन की शिवरात्रि (Sawan Shivratri 2023) मनाई जाएगी और इसी दिन भोलेनाथ पर गंगाजल से जलाभिषेक किया जाएगा. जिसे बहुत ही कल्याणकारी माना जाएगा.
सावन की शिवरात्रि का महत्व
शिव पुराण के मुताबिक, समुद्र मंथन के दौरान भगवान शिव ने जब विष पान किया था, तो विष पीने के बाद वे असहज हो गए तो सभी देवी-देवताओं ने उनकी जलन को कम करने के लिए, उन्हें जल अर्पित करन प्रारंभ किया था. जिससे धीरे-धीरे भगवान शिव के शरीर से जहर का प्रभाव कम होने लगा था. बता दें कि समुद्र मंथन सावन महीने (sawan 2023 jal date) में ही हुआ था. ऐसे में सावन की शिवरात्रि के दिन अगर शिवजी को जल अर्पित किया जाता है, तो धीरे धीरे साधक के सभी दुख, दोष और रोग दूर होने लगते हैं.
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