धर्म-अध्यात्म

कब से शुरू हो रहा पितृपक्ष, जानें तारीख व नियम

Tara Tandi
11 Sep 2023 8:52 AM GMT
कब से शुरू हो रहा पितृपक्ष, जानें तारीख व नियम
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हिंदू धर्म में साल के 15 दिन पितरों को समर्पित होते हैं जिन्हें पितृपक्ष के नाम से जाना जाता है और इस दौरान व्यक्ति अपने मृत परिजनों को याद कर उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध तर्पण और पिंडदान करता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं। धार्मिक पंचांग के अनुसार हर साल पितृपक्ष अश्विन मास के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है।
इस दौरान हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने वशंजों से श्राद्ध तर्पण प्राप्त करके वे उन्हें जीवन में आने वाली विभिन्न समस्याओं से मुक्ति का आशीर्वाद प्रदान करते हैं इस दौरान कई नियमों का भी पालन करना होता हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा पितृपक्ष की तिथि और नियम के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
पितृपक्ष की तारीख—
इस साल पितृपक्ष का आंरभ 29 सितंबर से हो रहा है और 14 अक्टूबर को यह समाप्त हो जाएगा। इस अवधि में कुछ विशेष तिथियां भी होते हैं जिसे पूर्वजों के श्राद्ध के लिए उत्तम समय माना जाता हैं। पितृपक्ष में 29 सितंबर पूर्णिमा श्राद्ध, 30 सितंबर को द्वितीया श्राद्ध, 1 अक्टूबर को तृतीया श्राद्ध से 13 अक्टूबरा को चतुर्दशी श्राद्ध तक लगातार रहेगा। इसके बाद 14 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या पड़ रही हैं।
पितृपक्ष से जुड़े नियम—
पितृपक्ष के दिनों में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी माना जाता है इस दौरान लहसुन प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा नए चीजों की खरीदारी, किसी प्रकार के जश्न या उत्सव में भाग लेने से बचें। इसके साथ ही शराब या मांस का सेवन भी नहीं करना चाहिए। पितृपक्ष के दिनों में नाखून, बाल और दाढ़ी नहीं बनवानी चाहिए इस दौरान पितरों को याद कर जल अर्पित करने, काला तिल मिलाने और कुश का उपयोग करने की विशेष परंपरा है ऐसा करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और पितृ दोष दूर हो जाता है।
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