धर्म-अध्यात्म

कब से शुरू हो रहा है पितृपक्ष, जानें ​​ महत्व

Tara Tandi
11 Sep 2021 2:28 AM GMT
कब से शुरू हो रहा है पितृपक्ष, जानें ​​ महत्व
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पितरों की आत्म तृप्ति के लिए हर वर्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष का आरंभ होता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क|पितरों की आत्म तृप्ति के लिए हर वर्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष का आरंभ होता है। यह भाद्रपद पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक होता है। पितृ पक्ष 16 दिनों तक चलता है। इस पक्ष में अपने पितरों का स्मरण किया जाता है, उनकी आत्म तृप्ति के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म आदि किए जाते हैं। पितरों की आत्म तृप्ति से व्यक्ति पर पितृ दोष नहीं लगता है। उस परिवार की उन्नति होती है और पितरों के आशीष से वंश वृद्धि होती है। पितृ पक्ष में आप पितृ दोष से मुक्ति के उपाय भी कर सकते हैं। जागरण अध्यात्म में आइए जानते हैं कि इस साल के पितृ पक्ष में श्राद्ध की महत्वपूर्ण तिथियां कौन-कौन सी हैं।

पितृ पक्ष 2021

इस वर्ष पितृ पक्ष का प्रारंभ 20 सितंबर दिन सोमवार से हो रहा है, जो 16 दिनों तक रहेगा। इसका समापन 06 अक्टूबर दिन बुधवार को होगा। पितृ पक्ष में पूर्णिमा श्राद्ध, महा भरणी श्राद्ध और सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व होता है।

पितृ पक्ष 2021 श्राद्ध तिथियां

पहला दिन: पूर्णिमा श्राद्ध: 20 सितंबर 2021

दूसरा दिन: प्रतिपदा श्राद्ध: 21 सितंबर 2021

तीसरा दिन: द्वितीय श्राद्ध: 22 सितंबर 2021

चौथा दिन: तृतीया श्राद्ध: 23 सितंबर 2021

पांचवां दिन: चतुर्थी श्राद्ध: 24 सितंबर 2021

महाभरणी श्राद्ध: 24 सितंबर 2021

छठा दिन: पंचमी श्राद्ध: 25 सितंबर 2021

सातवां दिन: षष्ठी श्राद्ध: 27 सितंबर 2021

आठवां दिन: सप्तमी श्राद्ध: 28 सितंबर 2021

नौवा दिन: अष्टमी श्राद्ध: 29 सितंबर 2021

दसवां दिन: नवमी श्राद्ध (मातृनवमी): 30 सितंबर 2021

ग्यारहवां दिन: दशमी श्राद्ध: 01 अक्टूबर 2021

बारहवां ​दिन: एकादशी श्राद्ध: 02 अक्टूबर 2021

तेरहवां दिन: द्वादशी श्राद्ध, संन्यासी, यति, वैष्णव जनों का श्राद्ध: 03 अक्टूबर 2021

चौदहवां दिन: त्रयोदशी श्राद्ध: 04 अक्टूबर 2021

पंद्रहवां दिन: चतुर्दशी श्राद्ध: 05 अक्टूबर 2021

सोलहवां दिन: अमावस्या श्राद्ध, अज्ञाततिथिपितृ श्राद्ध, सर्वपितृ अमावस्या, पितृविसर्जन महालय समाप्ति: 06 अक्टूबर 2021

डिस्क्लेमर

''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।''

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