- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- कब है कार्तिक अमावस्या...
कार्तिक अमावस्या : कार्तिक अमावस्या का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इस बार कार्तिक अमावस्या 12 दिसंबर को पड़ेगी। कार्तिक अमावस्या के दिन तुलसी पूजन का खास महत्व होता है। इस दिन नदी में स्नान कर , सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है इसके बाद तुलसी माता की पूजा की जाती है। इस दिन तुलसी के पौधे का दान करना चाहिए । इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। लक्ष्मी पूजा भी की जाती है। तो जानिए कार्तिक अमावस्या का क्या महत्व है।
कार्तिक अमावस्या के लाभ : कार्तिक अमावस्या पर गणपति, लक्ष्मी, श्री विष्णु की पूजा करने से आर्थिक तंगी और नकारात्मकता से बचाव होगा। इस दिन व्रत करना उत्तम रहता है। इस दिन अमावस्या पर पूजा करने से पितृ दोष दूर हो जाता है। इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से नवग्रह दोष दूर होता है। इस दिन शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा होता है। शनि दोष को कम करने के लिए इस दिन शनि मंदिर में जाकर तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाएं। स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर मृत्यंजय मंत्र का जाप करना अच्छा रहता है।
कार्तिक अमावस्या की पौराणिक कथा: पौराणिक कथा के अनुसार, महाराजा बलि ने सभी देवताओं और लक्ष्मी को बांध लिया था, लेकिन कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान विष्णु ने उन्हें मुक्त कर दिया। इसलिए ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। इस दिन श्री विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक परेशानियां दूर होंगी और धन में वृद्धि होगी।
कार्तिक अमावस्या पर पूजा के नियम क्या हैं : सुबह सूर्योदय से पहले उठकर नदी में स्नान करना चाहिए। फिर श्री विष्णु और लक्ष्मी के लिए घी का दीपक जलाएं।भगवान को फूल, फल, मिठाई अर्पित करें। शहद, दूध, नैवेद्य अर्पित करें। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें।ब्राह्मणों को दक्षिणा दें।
उपाय : यदि आप इस दिन लक्ष्मी की पूजा करते हैं, तो आपको आर्थिक कठिनाइयों से छुटकारा मिलेगा। यदि आप इस दिन सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं, तो आप हमारे आसपास की नकारात्मकता से छुटकारा पायेंगे। विष्णु सहस्रनाम का जाप करने से आपको शांति और अच्छाई मिलेगी स्वास्थ्य। महा मृत्युंजय मंत्र के जाप से गुप्त भय से मुक्ति मिलेगी। नदी में स्नान करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी।