धर्म-अध्यात्म

कब है चैत्र मासिक शिवरात्रि, जानिए पूजा मुहूर्त एवं महत्व

Triveni
8 April 2021 12:45 AM GMT
कब है चैत्र मासिक शिवरात्रि, जानिए पूजा मुहूर्त एवं महत्व
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स दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. कहते हैं कि सभी देवी- देवाताओं में सबसे जल्दी भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.

हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) मनाई जाती है. इस बार मासिक शिवरात्रि 10 अप्रैल को पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. कहते हैं कि सभी देवी- देवाताओं में सबसे जल्दी भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. जो कोई भी उनकी सच्चे दिल से पूजा- अर्चना करता है भगवान उसकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं. आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में.

चैत्र मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त
ये शिवरात्रि चैत्र महीने में पड़ रही है इसलिए इसे चैत्र मासिक शिवरात्रि भी कहा जाता है. चैत्र चतुर्दशी आरंभ- 10 अप्रैल 2021 शनिवार की सुबह 4 बजकर 27 मिनट से 11 अप्रैल 2021 दिन रविवार सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक है. शिवरात्रि की पूजा रात्रि के प्रहर में की जाती है, इसलिए मासिक शिवरात्रि 10 अप्रैल को पड़ रही है. इस दिन भक्त भगवान शिव की आरधना करते हैं. वहीं कुछ लोग उन्हें प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र, भांग, धतूरा, चंदन, फूल, दूध और शहद अर्पित करते हैं.
मासिक शिवरात्रि का महत्व
हिंदू धर्म में शिवरात्रि का खास महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का मिलतन हुआ था. इसलिए इस दिन पूजा- पाठ करने से भगवान शिव अपने भक्तों से अत्यधिक प्रसन्न होते हैं और उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. इस व्रत को करने से विवाह में आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है. भोलेनाथ के आशीर्वाद से आपक दांपत्य जीवन खुशहाल रहेगा.
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
1. मासिक शिवरात्रि की पूजा की तैयारियां त्रयोदशी से शुरू हो जाती हैं. इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा और मासिक शिवरात्रि करने का संकल्प लें.
2. चतुर्दशी के दिन सुबह उठकर स्नान कर शिव जी को बेलपत्र, भांग , धतूरा, आक के पत्ते, दूध और गंगाजल का अभिषेक करें.
3. इस दिन शिव पुराण और महामृत्युंजय जाप करने से बहुत शुभ होता है. इस दिन भक्त निराधर व्रत रखते हैं.


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