धर्म-अध्यात्म

कब है चैत्र अमावस्या, जानें इसका महत्व

Ritisha Jaiswal
30 March 2022 9:35 AM GMT
कब है चैत्र अमावस्या, जानें इसका महत्व
x
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या की सही तारीख को लेकर कुछ लोगों में कंफ्यूजन है। कुछ लोग 31 मार्च की अमावस्या कर रहे हैं

चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या की सही तारीख को लेकर कुछ लोगों में कंफ्यूजन है। कुछ लोग 31 मार्च की अमावस्या कर रहे हैं तो कुछ लोग 1 अप्रैल को अमावस्या कर रहे हैं। आपको बता दें कि 31 मार्च को अमावस्या तिथि 12 बजे दोपहर में शुरू होगी और अगले दिन 1 अप्रैल को सुबह 11 बजे तक रहेगी। ऐसे में कुछ लोग 31 मार्च को अमावस्या तिथि कर रहे हैं और कुछ लोग उदया तिथि होने के लिए 1 अप्रैल को अमावस्या तिथि कर रहे हैं।

ज्योतिषियों की मानें तो दोनों दिन अमावस्या तिथि की जाएगी। 31 मार्च को श्राद्ध कर्म की अमावस्या और 1 अप्रैल को स्नान और दान की अमावस्या मनाई जा रही है। अमावस्या पर पितरों की विशेष पूजा अर्चना करने का विधान है। कहा जाता है कि इस तिथि पर पितरों की पूजा करने से उनका आशीर्वाद घर पर बना रहता है। 31 मार्च, गुरुवार को श्राद्ध कर्म के लिए अमावस्या सही है और स्नान और दान के लिए शुक्रवार को अमावस्या सही रहेगी।

संबंधित खबरें
चैत्र मास की पहली एकादशी कब है? नोट कर लें डेट, शुभ मुहूर्त
चैत्र मास की पहली एकादशी कब है? नोट कर लें डेट, शुभ मुहूर्त
चैत्र अमावस्या कब पड़ेगी? यहां देखें सही डेट और पूजा- विधि
चैत्र अमावस्या कब पड़ेगी? यहां देखें सही डेट और पूजा- विधि
इन तारीखों में जन्मे लोगों के लिए वरदान के समान है 29 मार्च का दिन
इन तारीखों में जन्मे लोगों के लिए वरदान के समान है 29 मार्च का दिन
चैत्र मास का प्रदोष व्रत कल, जानें डेट, शुभ संयोग व पूजन मुहूर्त
चैत्र मास का प्रदोष व्रत कल, जानें डेट, शुभ संयोग व पूजन मुहूर्त
29 मार्च-4 अप्रैल के बीच आएंगे ये व्रत-त्योहार
29 मार्च-4 अप्रैल के बीच आएंगे ये व्रत-त्योहार
31 मार्च को होगा शुक्र का राशि परिवर्तन, देखें सभी राशियों का हाल
31 मार्च को होगा शुक्र का राशि परिवर्तन, देखें सभी राशियों का हाल
इन तारीखों में जन्मे लोगों के लिए वरदान के समान है 24 मार्च का दिन
इन तारीखों में जन्मे लोगों के लिए वरदान के समान है 24 मार्च का दिन
चैत्र अमावस्या पर बन रहा खास संयोग, जानें डेट
चैत्र अमावस्या पर बन रहा खास संयोग, जानें डेट
अमावस्या तिथि प्रारंभ- 31 मार्च को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से शुरू होगी।
अमावस्या तिथि समाप्त- 01 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 53 मिनट तक।
ब्रह्य योग- सुबह 09 बजकर 37 मिनट तक। इसके बाद इंद्र योग शुरू होगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग- 10:40 ए एम से 06:10 ए एम, अप्रैल 02
अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:50 पी एम
अमृत सिद्धि योग- 10:40 ए एम से 06:10 ए एम, अप्रैल 02
चैत्र अमावस्या का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत रखने से और चंद्र देवा की पूजा- अर्चना करने से सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती है। इस दिन पवित्र नदियों, तालाबों में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व होता है।


Next Story