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धर्म-अध्यात्म
अक्षय तृतीया पर पूजा के दौरान किन चीजों का रखे ध्यान
Apurva Srivastav
20 April 2023 2:09 PM GMT
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वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के नाम से जानते हैं. गौरतलब है कि इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है और यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित माना गया है. इस दिन को अखा तीज के नाम से भी जाना जाता हैं. इस साल अक्षय तृतीया का पर्व ( Akshaya Tritiya Daan Samagri) 22 अप्रैल को मनाया जा रहा है. गौरतलब है कि इस दिन लोग शुभ मुहूर्त ( Akshaya Tritiya Daan Tips In Hindi) में सोना खरीदते हैं और नए कामों की शुरूआत करते हैं. आपको बता दें कि इस दिन खरीददारी के साथ साथ विधि विधान से पूजा पाठ का भी विशेष महत्व है. इसलिए इस दिन पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की जानकारी होना बहुत जरूरी है. तो चलिए जानते हैं.
अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त ( Akshaya Tritiya 2023 Shubh Muhurat)
अक्षय तृतीया 22 अप्रैल सुबह 7 बजकर 49 मिनट से 23 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 47 मिनट तक रहेगी. इस मुहूर्त में मांगलिक कार्यों को करना शुभ माना जाता है. साथ ही लोग इस मुहूर्त में सोने की खरीददारी करते हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव आप पर बनी रहती है और आपके घर में सुख- समृद्धि का आगमन होता है.
अक्षय तृतीया पूजा विधि ( Akshaya Tritiya Puja Vidhi)
* अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है.
* इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर और स्नान करने के बाद साफ सुथरे कपड़े धारण करना चाहिए.
* सके बाद मंदिर की साफ सफाई करनी चाहिए और इसके बाद मंदिर में सभी भगवानों को गंगाजल अर्पित करना चाहिए.
* इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को फूल और प्रसाद अर्पित करना चाहिए. गौरतलब है कि मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को उनके मनपसंद फूल चढ़ाने चाहिए.
* भोग में पीले रंग की मिठाई और खीर का भोग लगाएं.
* इसके बाद दीपक जलाएं और आरती करें.
* भगवान से घर में सुख-समृद्धि की कामना करें और हाथ जोड़कर आर्शीवाद लें.
अक्षय तृतीया पूजा सामग्री (Akshaya Tritiya Puja Samagri)
एक लकड़ी का मंच या वेदी (चौकी)
ताजे पीले रंग के कपड़े का एक टुकड़ा
देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की छवियां
भगवान गणेश की एक छवि
एक तेल का दीपक
कपास की बाती
घी या तिल का तेल या सरसों का तेल
ताज़ा फूल
फल, केला और 3 पूरे नारियल भूसी के साथ
भगवान गणेश के लिए दूर्वा
भगवान विष्णु के लिए तुलसी
पान और सुपारी
दक्षिणा
एक कलश
कच्चे आम के पत्ते
पानी गंगाजल
हल्दी
चंदन
कुमकुम
अक्षत
अगरबत्तियां
कलावा (पवित्र धागा)
लाल या हरे कपड़े का ताजा टुकड़ा
सिंदूर
जनेऊ
पंचामृत (घी, दही, दूध, केला, मिश्री चीनी, शहद का मिश्रण)
कपूर
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Apurva Srivastav
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