धर्म-अध्यात्म

क्या है स्कंदमाता मंदिर की कथा

Apurva Srivastav
18 March 2023 3:37 PM GMT
क्या है स्कंदमाता मंदिर की कथा
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सनातन धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत ही बड़ा महत्व है
सनातन धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत ही बड़ा महत्व है। यह हिन्दुओं का एक पवित्र और प्रसिद्ध त्योहार है। हिंदुस्तान के लगभग हर शहर और राज्य में चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है।इस पवित्र मौके पर हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इन्हीं में से चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन पर मां दुर्गा के ‘स्कंदमाता’ रूप की पूजा होती है। नवरात्रि के दिनों में माता रानी के भक्त उनके दर्शनों के लिए सुबह से मंदिर की लाइन में लग जाते हैं और देर रात तक भक्तों का तांता लगा रहता है।
बहरहाल, अगर आपसे यह पूछा जाए कि भारत में मां स्कंदमाता का बहुत ही मशहूर मंदिर किस स्थान पर मौजूद है तो आपका जवाब क्या होगा। अगर आप इस सवाल का जवाब नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं, आज के इस आर्टिकल में हम आपको स्कंदमाता मंदिर के बारे में बताएंगे। जहां दर्शन के लिए सबसे अधिक भक्त पहुंचते हैं, जहां माता रानी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं। आइए जानें कहां स्थिति है माता रानी का मंदिर
स्कंदमाता का मंदिर कहां है और उससे जुड़ी कथा
यह पवित्र मंदिर भारत के सबसे बड़े राज्यों में से शामिल यानी उत्तर प्रदेश में मौजूद है। भगवान शिव की नगरी वाराणसी में स्कंदमाता का भी निवास स्थान है। स्थानीय लोगों के लिए यह बहुत ही पवित्र और अद्भुत मंदिर है। लोगों की मान्यताओं के बारे में बात करें तो कहा जाता है कि देवासुर नाम का राक्षस अपनी अलौकिक शक्तियों से संत और अन्य आम जन-मानस को बहुत परेशान किया करता था। जिसके बाद देवासुर का विनाश करने के लिए भगवान शिव ने माता पार्वती को भेजा, असुर के साथ हुए भीषण युद्ध के बाद माता ने उस राक्षस का विनाश कर दिया। इस घटना के बाद काशी में मां पार्वती के इस रूप को स्कंदमाता के रूप में पूजा जाने लगा। साथ ही यह भी कहा जाता है कि स्कंदमाता काशी की सभी बुरी शक्तियों से रक्षा करती हैं।
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