धर्म-अध्यात्म

क्या है खजूर खाकर रोजा खोलने की धार्मिक और वैज्ञानिक मान्यता

Khushboo Dhruw
24 March 2023 6:39 PM GMT
क्या है खजूर खाकर रोजा खोलने की धार्मिक और वैज्ञानिक मान्यता
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भारत में रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत आज 24 मार्च से हो गई है. जो कि 30 दिनों तक चलता है. आपको बता दें कि मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान (Date Palm Benefits In Ramadan) एक पवित्र म​हीना है, जिसमें पूरे माह रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं. गौरतलब है कि रमजान के महीने में रोजा वाले रखने वाले लोगों को पूरा दिन बिना कुछ खाए पिए बिताना पड़ता है और फिर शाम में खजूर खाकर रोजा खोलना होता है. ऐसे में अक्सर लोगों के जहन में एक सवाल आता है कि आखिर खजूर खाकर ही रोजा क्यों खोला जाता है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है.
खजूर खाकर रोजा खोलने की धार्मिक मान्यता
आपको बता दें कि रमजान के दिनों में रोजा खोलने के लिए खजूर (Date Palm Benefits In Ramadan) का सेवन करने के पीछे एक धार्मिक मान्यता है. दरअसल, ये इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब (Prophet Hazrat Muhammad) का पसंदीदा फल था. वो खजूर खाकर रोजा खोलते थे. इसी परंपरा को मुस्लिम आज भी निभाते हैं और रमजान के दिनों मेंं रोजा खोलने के लिए खजूर का इस्तेमाल करते हैं. आपको बता दें कि खजूर का सेवन करने के पीछे साइंटिफिक मान्यता भी काम करती है, तो चलिए उसके बारे में भी आपको बता देते हैं.
खजूर खाकर रोजा खोलने की साइंटिफिक मान्यता
रमजान के दिनों में सुबह सहरी के बाद कुछ भी खाने पीने की इजाजत नहीं होती है. ऐसे में दिन भर रोजा रखने से एनर्जी का लेवल कम होता है. आपको बता दें कि खजूर शरीर को क्विक एनर्जी प्रदान करता है. वहीं रोजा खोलते ही खजूर खाने से बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती है. इसके अलावा इफ्तार के दौरान खाई जाने वाली अन्य चीजों को डाइजेस्ट करने में भी खजूर बहुत ही ज्यादा मददगार साबित होता है. आम दिनों में भी खजूर का सेवन करने से शरीर को काफी फायदे मिलते हैं.
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