धर्म-अध्यात्म

क्या होता है सोना खोने या मिलने का अर्थ

Apurva Srivastav
20 Jan 2023 5:39 PM GMT
क्या होता है सोना खोने या मिलने का अर्थ
x

सोना है ऐसी धातु है जो कभी चलन से बाहर नहीं होती। यह फिल्मों से लेकर कविताओं तक गीत और कहानियों का हिस्सा बनता रहा है। सोने का एक ज्योतिषिय अर्थ भी है। जो बताता है की ये एक ऐसी धातु है जिसको संभालना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इसका ना यूं ही मिलना अच्छा है और ना ही खोना।

सोना खोने का अर्थ
पंडित मुन्ना बाजपेई राम जी कहते हैं सोने का संबंध देवी लक्ष्मी से माना गया है। इसीलिए इसका खोना अच्छा नहीं होता। यह देवी लक्ष्मी के रूठने का प्रतीक माना जाता है। यानी अगर सोना खो जाता है तो धन की देवी आप से रुष्ठ हो जाती हैं। वही सोने का रंग पीला होने के कारण उसे देव गुरु बृहस्पति के ग्रह से भी संबंधित माना जाता है। बृहस्पति ग्रह धन-संपत्ति, पति और विवाहित जीवन का कर्ता होता है। ऐसे में इसके खोने या चोरी होने से आपके दांपत्य में परेशानियां और परिवार में कलह की स्थिति आ सकती है।
सोने के मिलने का मतलब
इसी तरह सोना अगर आपको कहीं पड़ा मिल जाए तो वह भी शुभ नहीं होता। उसे भूलकर भी घर ना लाएं। ऐसा करने से बृहस्पति का नकारात्मक प्रभाव आप पर पड़ता है। जिसके चलते जीवन में समस्याएं आने लगती हैं। ऐसी स्थिति में आप मिलने वाले सोने को कहीं दान पुण्य में प्रयोग करें। जिससे बृहस्पति प्रसन्न हो और जीवन में सुख संपत्ति का आगमन हो।
Next Story