धर्म-अध्यात्म

अपरा एकादशी का क्या है महत्व

Apurva Srivastav
3 May 2023 6:59 PM GMT
अपरा एकादशी का  क्या है महत्व
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ज्येष्ठ मास 6 मई 2023 से शुरू होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो एकादशियां आती हैं, पहली कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से जाना जाता है.
शास्त्रों में अपरा एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भद्रकाली जयंती भी मनाई जाती है. अपरा एकादशी अपार धन और पुण्यों की दाता और सभी पापों का नाश करने वाली मानी गई है. आइए जानते हैं इस साल अपरा एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व.
अपरा एकादशी 2023 डेट (Apar Ekadashi 2023 Date)
अपरा एकादशी 15 मई 2023, सोमवार को है. पद्म पुराण के अनुसार अपरा एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को संसार में यश की प्राप्ति होती है. असाध्य रोगों से मुक्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए इस दिन श्री हरि विष्णु की पूजा अचूक मानी गई है.
अपरा एकादशी 2023 मुहूर्त (Apara Ekadashi 2023 Muhurat)
पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अपरा एकादशी तिथि 15 मई 2023 को प्रात: 02 बजकर 46 मिनट से प्रारंभ होगी और अगले दिन 16 मई 2023 को प्रातः 01 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी. इस दिन एकादशी व्रत मनाया जाएगा.
अपरा एकादशी व्रत का समय – 06 बजकर 41 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट (16 मई 2023)
विष्णु जी की पूजा का समय – 08.54 प्रातः – 10.36 प्रात: (15 मई 2023)
अपरा एकादशी का महत्व (Apara Ekadashi Significance)
धार्मिक मान्यता के अनुसार गंगा तट पर पितरों का पिंडदान करने से जो फल मिलता है, वह अपरा एकादशी के व्रत से प्राप्त होता है. बद्रीनाथ के दर्शन, सूर्य ग्रहण के समय सोना दान करने से अपरा एकादशी के व्रत के समान फल मिलता है. अपरा एकादशी को अजला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन श्री हरि की पूजा करने और ब्राह्मणों को दान देने से यश और धन की वृद्धि होती है.
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