धर्म-अध्यात्म

क्या है पुष्य नक्षत्र? शुभ मुहूर्त और उपाय

Tara Tandi
20 March 2021 11:58 AM GMT
क्या है पुष्य नक्षत्र? शुभ मुहूर्त और उपाय
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खरमास का महीना चल रहा है. इसकी शुरुआत 14 मार्च 2021 से ही हो चुकी है. खरमास शुरू हुए 6 दिनों का समय बीत चुका है. इसका समापन 14 अप्रैल 2021 को होगा. खरमास को लेकर ऐसी मान्यता है

जनता से रिश्ता वेबडेसक | खरमास का महीना चल रहा है. इसकी शुरुआत 14 मार्च 2021 से ही हो चुकी है. खरमास शुरू हुए 6 दिनों का समय बीत चुका है. इसका समापन 14 अप्रैल 2021 को होगा. खरमास को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दौरान न तो शादी हो सकती है और न ही गृह प्रवेश, मुंडन और घर का निर्माण ही किया जा सकता है. कहने का अर्थ ये है कि आप इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं कर सकते.

अगर आप खरमास के समय इनमें से किसी भी शुभ कार्य को करते हैं तो आपको शुभ फल की प्राप्ति नहीं हो पाएगी क्यूंकि ये महीना शुभ कार्यों के लिए किसी भी तरह से उपयुक्त नहीं माना जाता. हालांकि, खरमास के दौरान ही 24 मार्च दिन दिन मंगलवार को विशेष योग का निर्माण हो रहा है, जिसमें आप कुछ शुभ कार्य कर सकते हैं.
इसी महीने में होली पर्व भी है और होलाष्टक 22 मार्च को है. हालांकि, खरमास और होलाष्टक की वजह से किसी भी तरह के शुभ कार्यों की मनाही रहेगी. होली से 8 दिन पहले ही होलाष्टक की शुरूआत हो जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, 28 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा. होलिका दहन के पश्चात ही होली का पर्व 29 मार्च को मनाया जाएगा. इस दिन लोग रंग और गुलाल की होली खेलेंगे.
इस दिन होगा 'पुष्य नक्षत्र'
हिंदू पंचांग के अनुसार, 24 मार्च दिन बुधवार को 'पुष्य नक्षत्र' होगा. वहीं, 23 मार्च दिन मंगलवार से ही इसकी शुरुआत हो जाएगी. वैसे तो खरमास के दौरान शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है लेकिन 'पुष्य नक्षत्र' के दिन आप कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं. क्यूंकि पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों में श्रेष्ठ माना गया है. ऋग्वेद में पुष्य नक्षत्र को तिष्य अर्थात मंगलतारा की संज्ञा दी गई है.
इस नक्षत्र का शुभ मुहूर्त
पुष्य नक्षत्र का शुभारंभ 23 मार्च दिन मंगलवार को रात्रि में 10 बजकर 45 मिनट से हो रहा है और 24 मार्च दिन बुधवार को रात्रि में ही 11 बजकर 12 मिनट पर इसका समापन होगा.
ये उपाय कर सकते हैं आप
अगर आप पुष्य नक्षत्र के दौरान कोई भी मंगल कार्य करते हैं तो आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है. आप इस दिन दान-पुण्य भी कर सकते हैं. इस दिन दान-पुण्य करने और स्नान-ध्यान और पूजा करने का भी विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. अगर आपके जीवन में किसी भी तरह की कोई भी परेशानी चल रही है तो आप इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें. ऐसा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी.ac
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