धर्म-अध्यात्म

शुक्रवार को संतोषी माता का व्रत को सफल बनाने के लिए आखिर क्या करें और न करें

Neha Dani
11 July 2023 4:06 PM GMT
शुक्रवार को  संतोषी माता का व्रत  को सफल बनाने के लिए आखिर क्या करें और न करें
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धर्म अध्यात्म: शुक्रवार के दिन विधि-विधान से व्रत करने पर न सिर्फ संतोषी माता बल्कि देवी लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. शुक्रवार के व्रत को सफल बनाने के लिए आखिर क्या करें और न करें, जानने के लिए पढ़ें ये लेख. संतोषी माता के व्रत से जुड़े जरूरी नियम, जिसकी अनदेखी करने पर पुण्य की जगह लगता है पाप सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी और संतोषी माता को. पूजा जाता है संतोषी मां को भगवान गणेश और रिद्धि-सिद्धि की पुत्री माना जाता है. जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा और भक्ति से संतोषी मां को पूजता है उस पर माता विशेष कृपा बरसाती हैं.शुक्रवार के दिन मां के व्रत और पूजा का खास महत्व है. इस दिन देवी मां का विधिवत पूरे नियम के साथ व्रत करने पर संतोषी मां के साथ ही देवी लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है. मां के क्रोध से बचना है तो ऐसे कौन से काम हैं जिनको भूलकर भी शुक्रवार के दिन नहीं करने चाहिए, जानें यहां. संतोषी मां के व्रत में शुक्रवार को भूलकर भी खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए. खट्टी चीजों का सेवन इस व्रत में निषेध माना गया है.
मान्यता है कि संतोषी माता को खट्टी चीजें बिल्कुल भी नहीं पसंद हैं, अगर कोई भी भक्त इस दिन व्रत रख रहा है और गलती से भी खट्टी चीजें खा लेता है तो उसको माता को क्रोध का शिकार होना पड़ेगा. माता इस कार्य से नाराज हो जाती हैं और व्रत के शुभ फल की जगह माता की कुदृष्टि को झेलना पड़ता है. इस व्रत में तामसिक चीजों जैसे, प्याज, लहसुन, शराब, मांस आदि को भी हाथ नहीं लगाना चाहिए. शुक्रवार के दिन किसी से गलत न बोलें और किसी का बुरा न करें और न ही सोचें.शुक्रवार के दिन सुबह ब्रह्म महूर्त में उठने के बाद सबसे पहले स्नान करें और फिर लाल कपड़े पहनें. घर और पूजा घर की साफ-सफाई करने के बाद माता की तस्वीर को लाल कपड़े पर स्थापित करें और कलश-नारियल की भी स्थापना करें.माता की पूजा में गुड़,चना के भोग का विशेष महत्व होता है
.संतोषी मां की पूजा दूध,दीप, फूल,फल, चावल, रोली के साथ करें और उनको गुड़-चना का भोग चढ़ाएं और फिर आरती करें. इस दौरान व्रत करने का संकल्प लें और प्रसाद को दूसरे लोगों के बीच बांट दें. याद रहे कि प्रसाद उन्हीं लोगों को दें जो शुक्रवार के दिन खट्टी चीजों का सेवन नहीं करेंगे.पूरे दिन संतोषी माता का ध्यान करते हुए व्रत रखें और शाम के समय दीया-बाती करने के बाद खाना खाएं लेकिन खट्टी चीजों को गलती से भी खाने में शामिल न करें. इस दिन गरीबों को दान करना भी अच्छा माना जाता है. संतोषी मां की पूजा करने से जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है. पैसे की कोई कमी नहीं रहती साथ ही विवाह का योग बनता है. मान्यता के मुताबिक अगर कुंवारी लड़कियां 16 शुक्रवार तक मां का व्रत रखती हैं तो जल्द ही उनकी शादी-ब्याह का योग बनने लगता है. वहीं शादीशुदा महिलाओं को इस व्रत को रखने पर सौभाग्य मिलता है.
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