धर्म-अध्यात्म

सूर्य देव रोहणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही मौसम पर पड़ेगा प्रभाव, शुरू होगा नौतपा

Shiddhant Shriwas
22 May 2022 1:54 PM GMT
सूर्य देव रोहणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही मौसम पर पड़ेगा प्रभाव, शुरू होगा नौतपा
x
आपको बता दें कि जैसे ही सूर्य देव रोहणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही वैसे ही पृथ्वी का तापमान बढ़ने लगता है और खासकर नौतपा के 9 दिन भीषण गर्मी पड़ती है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Dates In 2022: हर साल ज्येष्ठ माह में नौतपा आता है। नौतपा की शुरुआत सूर्य ग्रह के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश से होती है। वहीं सूर्य देव लगभग 14 दिन रोहणी नक्षत्र में विराजमान रहते हैं। आपको बता दें कि जैसे ही सूर्य देव रोहणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही वैसे ही पृथ्वी का तापमान बढ़ने लगता है और खासकर नौतपा के 9 दिन भीषण गर्मी पड़ती है। आइए जानते हैं किस दिन से शुरू हो रहा है नौतपा…

जानिए कब शुरू हो रहा नौतपा:
वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार सूर्य देव बुधवार, 25 मई को सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसी तिथि से नौतपा की शुरुआत हो जाएगी। इसके बाद सूर्य ग्रह बुधवार, 8 जून को सुबह 6 बजकर 41 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र से निकल जाएंगे और इसी के साथ नौतपा समाप्त हो जाएगा।
मौसम पर पड़ेगा यह प्रभाव:
वैदिक पंचांग के अनुसार नौतपा के शुरुआती 6 दिनों में गर्मी और उमस रह सकती है। साथ ही नौ दिन में से अंतिम 3 दिन हवाएं चल सकती हैं। कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना है। इस वर्ष मानसून अच्‍छा रह सकता है। किसानों को फायदा होगा। फसल अच्छी होगी। किसानों को फसल का अच्छा मूल्य मिलेगा।
इस तरह बढ़ता है पृथ्वी का ताप:
खगोल शास्त्र के अनुसार नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं, जिस कारण तापमान में बढ़ोतरी होती है। वैदिक ज्योतिष के मुताबिक रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा और देवता ब्रह्मा हैं। सूर्य देव आग का गोला हैं और ताप तेज के प्रतीक हैं जबकि चन्द्रमा शीतलता का। आपको बता दें कि सूर्य देव जब चन्द्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करते हैं तो इससे रोहिणी नक्षत्र को अपने पूर्ण प्रभाव में ले लेते हैं। जिस कारण पृथ्वी को चंद्र से मिलने वाली शीतलता प्राप्त नहीं हो पाती। इस कारण इस दौरान पृथ्वी का ताप अधिक बढ़ जाता है।
नौतपा में इन चीजों का करें दान:
नौतपा में सुबह स्नान, पूजा के बाद सत्तू, घड़ा, पंखा या छाता भी दान कर सकते हैं। इस अवधि में जरूरतमंदों को ठंडी चीजें दान करने से ब्रह्रा जी प्रसन्न होते हैं और सुख- समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।


Next Story