धर्म-अध्यात्म

Vishnu Aarti: गुरुवार के दिन पूजा के समय पढ़ें ये आरती ,भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न

Tara Tandi
30 Jan 2025 7:02 AM GMT
Vishnu Aarti: गुरुवार के दिन पूजा के समय पढ़ें ये आरती ,भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न
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Vishnu Aarti ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता है वही गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए विशेष माना गया है इस दिन भक्त प्रभु की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं
मगर इसी के साथ ही अगर हर गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा के बाद उनकी आरती की जाए तो श्री हरि के साथ माता लक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाती हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान विष्णु की
प्रिय आरती।
भगवान विष्णु की आरती
ओम जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ ओम जय जगदीश हरे।
जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का। स्वामी दुःख विनसे मन का।
सुख संपत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ ओम जय जगदीश हरे।
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं मैं किसकी। स्वामी शरण गहूं मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ओम जय जगदीश हरे।
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी। स्वामी तुम अन्तर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ओम जय जगदीश हरे।
तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता। स्वामी तुम पालन-कर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ओम जय जगदीश हरे।
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति। स्वामी सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय, तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय जगदीश हरे।
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे। स्वामी तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ओम जय जगदीश हरे।
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा। स्वामी पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ओम जय जगदीश हरे।
श्री जगदीश जी की आरती, जो कोई नर गावे। स्वामी जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, सुख संपति पावे॥ ओम जय जगदीश हरे।
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