धर्म-अध्यात्म

विनायक चतुर्थी कल इस विधि से करें गौरी पुत्र गणेश की पूजा

Tara Tandi
20 July 2023 8:39 AM GMT
विनायक चतुर्थी कल इस विधि से करें गौरी पुत्र गणेश की पूजा
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हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन विनायक चतुर्थी को बेहद ही खास माना गया हैं जो कि हर माह में पड़ती हैं। जो भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना को समर्पित होता हैं इस दिन भक्त भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा करते हैं और दिनभर का उपवास भी रखते हैं इस बार की विनायक चतुर्थी 21 जुलाई दिन शुक्रवार यानी की कल पड़ रही हैं।
मान्यता है कि इस दिन व्रत पूजा करने से ज्ञान, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती हैं और जीवन के सभी कष्टों का अंत हो जाता हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा विनायक चतुर्थी की पूजन विधि के बारे में बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि—
विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद व्रत का संकल्प करते हुए पूजन स्थल की साफ सफाई करें और श्री गणेश को जल, पंचामृत, रोली, अक्षत, सुपारी, जनेउ, सिंदूर, पुष्प, दूर्वा अर्पित करें फिर भगवान की विधि विधान से पूजा करें और उन्हें लड्डुओं का भोग लगाएं इसके बाद धूप दीपक जलाकर उनकी आरती करें।
इसके बाद 'ॐ गं गणपतये नमः' या 'वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा' मंत्र का अपनी इच्छा अनुसार जाप करें और व्रत कथा पढ़ें या सुने इसके बाद पूजन में होने वाली भूल चूक के लिए भगवान से क्षमा मांगे और अपनी प्रार्थना प्रभु से कहें। मान्यता है कि इस विधि से अगर विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा की जाए तो साधक के सभी कष्ट दूर हो जाएंगे। साथ ही व्रत पूजन का पूर्ण फल भी प्राप्त होगा।
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