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धर्म-अध्यात्म
Vastu Tips: घर में डोर बेल लगाने से पहले जाने ये वास्तु नियम
Sanjna Verma
18 July 2024 5:34 PM GMT
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Vaastu Shaastra: शास्त्रों में यह बताया गया है कि हमारे आस-पास की ध्वनि का हमारे ऊपर सकारात्मक या फिर negative प्रभाव पड़ता है। वास्तु में भी ध्वनि का खास महत्व बताया गया है। माना जाता है कि जिस प्रकार से शोर और हल्ला-गुल्ला होने का हमारे मन मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ता है, उसी प्रकार से मधुर ध्वनि हमारे अंदर पॉजिटिव एनर्जी की संचार करती है और हमारे आस-पास के माहौल को खुशनुमा बनाती है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए आज हम बात करने जा रहे हैं डोर बेल के बारे में बारे में। घर में किस प्रकार के डोरबेल होनी चाहिए, वास्तु का इस बात से खास नाता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि डोरबेल लगाने में वास्तु की किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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वास्तु में ऐसा माना जाता है कि डोरबेल से भी घर का माहौल को सकारात्मक बनाया जा सकता है। अगर आप घर में मंत्रोच्चार वाली डोरबेल लगाना चाह रहे हैं तो इसे घर के दक्षिण-पूर्वी दीवार की पूर्व दिशा में लगाएं।
अगर आपने अपने घर के लिए पक्षियों के चहचहाने की ध्वनि वाली डोरबेल को चुना है तो फिर इसे उत्तर-पश्चिम की दीवार पर लगाना सबसे शुभ होगा। माना जाता है कि इस दिशा से घर में वायु का प्रवेश होता है, इसलिए इस दिशा में डोरबेल लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार पूरे घर में होता है।
आपके घर में पॉजिटिव वाइब्स रहेंगी या फिर नेगेटिव वाइब्स, डोरबेल की आवाज पर यह बात काफी हद तक निर्भर करती है। डोरबेल को सिलेक्ट करने से पहले उसकी ध्वनि को सुनें। यह हमेशा कानों को प्रिय लगने वाली होनी चाहिए। कानों को अप्रिय ध्वनि लगने वाली ध्वनि की डोरबेल होना बहुत ही नुकसानदेह होता है और यह आपके घर में नकारात्मकता को बढ़ावा देती है। इसलिए सदैव ऐसी डोरबेल लगाएं जिसकी आवाज मन को सुकून देने वाली हो।
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डोरबेल उस स्थान के पास भूलकर भी न लगाएं, जहां पर आप पूजा करते हों। कहते हैं कि इस प्रकार से पूजा रूम के पास डोरबेल के होने से आपका ध्यान भंग होता है और मन से पूजा में ध्यान नहीं लगा पाते हैं।
घर के मुख्य द्वार के बाहर डोर बेल का स्विच लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि दरवाजे के दाईं ओर होना चाहिए। यानी जो व्यक्ति आपके घर पर आता है वह अपने दाएं हाथ से डोर बेल को बजा सके, इस प्रकार से इसे लगाना चाहिए।
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घर के बाहर डोरबेल का स्विच इस प्रकार से लगा होना चाहिए कि यह आपकी Nameplate से ऊपर रहे। ऐसी मान्यता है कि इस तरह से मेहमानों के साथ आपके रिश्ते मधुर बने रहते हैं। वहीं परिवार के मुखिया की भी सदैव तरक्की होती है।a
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Sanjna Verma
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