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धर्म-अध्यात्म
Vastu Tips: अगर नया फर्नीचर खरीदना चाहते हैं तो कुछ बातों का जरूर रखना होगा ध्यान
Triveni
20 March 2021 2:01 AM GMT
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जब भी हम सभी अपने लिए नया घर बनवाते हैं या फिर घर बदलते हैं तो कई बार नया फर्नीचर खरीदने का प्लान करते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेसक | जब भी हम सभी अपने लिए नया घर बनवाते हैं या फिर घर बदलते हैं तो कई बार नया फर्नीचर खरीदने का प्लान करते हैं। लेकिन शायद हम ये कभी नहीं सोचते हैं कि क्या यह हमारे लिए सही होगा या नहीं। वास्तु के अनुसार, हर वस्तु से ऊर्जा निकलती है। यह ऊर्जा हमारे जीवन में प्रभावित करती है। ऐसे में जब भी हम अपने घर के लिए कोई फर्नीचर खरीदते है तो यह समझना बेहद जरूर हो जाता है कि इन्हें सही तरह से सही स्थान पर रखना बेहद जरूरी होता है। फर्नीचर के लिए वास्तु में कई बातें बताई गई हैं। अगर आप अपने घर के लिए कोई नया फर्नीचर खरीदना चाहते हैं तो आप कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना होगा।
1. अगर आपके यहां फर्नीचर रखने की जगह नहीं है तो आपको ज्यादा बड़ा सोफा,मेज और कुर्सी नहीं खरीदनी चाहिए। ऐसा करने से कमरा पूरी तरह से भर जाता है। उसमें जगह नहीं रह जाती है। इससे घर में नकारात्मकता बढ़ती है। ऐसे में फर्नीचर खरीदते समय आपके पास उसे रखने का स्थान कितना है यह ध्यान रखना चाहिए।
2. घर के फर्नीचर को खरीदने के लिए शुभ दिन चुनना चाहिए। मंगलवार, शनिवार, अमावस्या, अष्टमी तिथि या कृष्ण पक्ष में किसी भी तरह का फर्नीचर खरीदना सही नहीं माना जाता है।
3. अगर फर्नीचर शीशम, अशोक, सागवान, साल, अर्जुन या नीम की लकड़ी का बनाया गया है तो ही वो शुभ माना जाता है। लेकिन अगर वो पीपल, बरगद, चंदन की लकड़ी का बनाया गया है तो शुभ नहीं माना जाता है। अगर आप घर के मंदिर का मंदिर बनवा रहे हैं तो आप चंदन की लकड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. घर की उत्तर और पूर्व दिशा पर कम फर्नीचर रखना चाहिए। जितना हो सके उतना इसे हल्का रखें। भारी फर्नीचर को दक्षिण और पश्चिम दिशा में रखें।
5. वास्तु के अनुसार, फर्नीचर के किनारे गोल होना सही होता है। तीखे किनारों से घर में नकारात्मकता बढ़ती है। कलर भी ज्यादा डल नहीं होना चाहिए। डाइनिंग टेबल चोकोर रहें।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'
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