- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- वास्तु शास्त्र: हिन्दू...
धर्म-अध्यात्म
वास्तु शास्त्र: हिन्दू धर्म में पीले रंग का महत्व क्यों माना गया हैं जानिए
Tara Tandi
24 Jan 2022 2:55 AM GMT
x
विभिन्न प्रकार के रंग हमारे जीवन में उत्साह और उमंग का प्रतीक माने जाते है। सभी रंगों का अपना एक विशेष महत्व होता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विभिन्न प्रकार के रंग हमारे जीवन में उत्साह और उमंग का प्रतीक माने जाते है। सभी रंगों का अपना एक विशेष महत्व होता है। वास्तु शास्त्र में भी रंगों को महत्वपूर्ण माना गया है, यदि व्यक्ति अपने जीवन में रंगों को ध्यान में रखकर कोई कार्य करता है, तो उसे सफलता अवश्य मिलती है। इन सभी रंगों में पीला रंग ऐसा है। जो व्यक्ति को ऊर्जावान और आत्मविश्वासी बनाता है।
ऊर्जा का प्रतीक है ये रंग:
पीला रंग व्यक्ति कि उमंग को बढ़ाने और उसके मस्तिष्क कि कार्य क्षमता के विकास के लिए उपयुक्त होता है।
जो महिलायें पीले रंग के वस्त्रो को बार-बार धारण करती है उनकी कार्य क्षमता और आत्मविश्वास अन्य महिलाओं की अपेक्षा अधिक होता है।
जो व्यक्ति पीले रंग के वस्त्र धारण करता है उसका दिमाग अधिक सक्रीय रहता है और जो व्यक्ति को ऊर्जा प्रदान करता है।
पीले रंग से व्यक्ति के अन्दर उमंग और ख़ुशी के भाव उत्पन्न होते है। पीले रंग के वस्त्र धारण करने से व्यक्ति के अन्दर जो ऊर्जा उत्पन्न होती है उससे आस पास के लोग भी प्रभावित होते है।
Tara Tandi
Next Story