धर्म-अध्यात्म

Vastu Shastra: जाने घर में टूटे-फूटे बर्तन के उपयोग से क्या होता है

Sanjna Verma
13 July 2024 1:07 PM GMT
Vastu Shastra: जाने घर में टूटे-फूटे बर्तन के उपयोग से क्या होता है
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Vastu Shastra: टूटी हुई कुर्सी-मेज, टूटा हुआ दर्पण, जंग लगी टूटी फूटी मशीनें, खराब बिजली के उपकरण, खराब घड़ी, लोहे का कबाड़ इत्यादि घर, कार्यालय में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सौभाग्य को भी दुर्भाग्य में बदल देता है। समृद्धशाली बनने के लिए बेकार पड़ी वस्तुओं को किसी needy व्यक्ति को देकर आपको अपनी समस्याओं से निजात पाना चाहिए या फिर बेकार पड़ी वस्तुओं को शनिवार के दिन घर से निकालकर बेच देना चाहिए। ऐसा करने पर आपको शांति और सुकून का अनुभव होगा, घर व्यवस्थित दिखाई देगा और साफ-सुथरे घर में सौभाग्य, सुख-सुविधा के साथ निवास करेगा।
टूटे-फूटे बर्तनों को वास्तु शास्त्र द्वारा भी अशुभ माना गया है, जिस घर में ऐसे बर्तन रखे जाते हैं, वहां वास्तु दोष रहता है। ऐसे में वास्तु दोष दूर करने के लिए बहुत से अन्य उपाय करने के बाद भी यह दोष दूर नहीं होता है क्योंकि इससे घर में नकारात्मक उर्जा अधिक सक्रिय हो जाती है। घर में सभी टूटे-फूटे, बेकार बर्तनों को दूर कर देना चाहिए। इससे वास्तुदोष समाप्त होता है और घर में सब अच्छा होने लगता है।
हिन्दू शास्त्रों में कबाड़ को घर में एकत्र करना अनुचित माना जाता है। अक्सर लोग घर में कबाड़ न रखकर उसे घर की छत, बारजे, छज्जे, टांड आदि पर इकट्ठा कर देते हैं। ऐसा करने से यह अनावश्यक वस्तुएं आपके भाग्य व मस्तिष्क के साथ आपकी जगह को भी अवरूद्ध कर परिवार के सदस्यों में बिना बात के कलह व तनाव उत्पन्न करती है। इसलिए घर में किसी भी प्रकार का कबाड़ इकट्ठा नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि घर में कबाड़ इकट्ठा करने वाले का भाग्य भी दरिद्र की तरह हो जाता है तथा पूरा घर कबाड़ खाने की तरह दिखाई देता है। साफ सफाई नहीं होने पर गंदे घर में लक्ष्मी नहीं रहती।
जैसा कि कबाड़खाना शब्द से विदित है कि कबाड़ केवल अनुपयोगी एवं बेकार पड़ी वस्तुएं ही होती है क्योंकि अगर यह वस्तु भविष्य में किसी काम की होगी तो उसे कबाड़ नहीं कहा जा सकता और न ही ऐसा कहना उचित रहेगा। जैसे बर्तनों में व्यक्ति खाना खाता है, उसका स्वभाव भी वैसा ही बन जाता है, इसलिए टूटे-फूटे बर्तनों की अपेक्षा हमेशा अच्छे साफ-सुथरे बर्तनों में ही भोजन करना चाहिए। टूटे-फूटे बर्तनों में भोजन करने से नकारात्मक
विचारों का उदय होता है, जिसके कारण व्यक्ति पतन के कगार पर पहंचने लगता है।
हमेशा से ही इस बात पर जोर दिया जाता है कि घरों में टूटे-फूटे बर्तन नहीं रखने चाहिए, न ही कभी ऐसे बर्तनों में भोजन करना चाहिए। इसं संबंध में धार्मिक तथ्य यह है कि ऐसा करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त नहीं होती। जो व्यक्ति टूटे-फूटे बर्तनों में भोजन करता है उससे लक्ष्मी रूठ जाती है और उसके घर में poverty पैर पसार लेती है। ऐसा होने पर कई प्रकार के आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ता है। शनिवार के दिन घर से कूड़ा-कबाड़ा निकालकर साफ करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि शनिवार के दिन कूड़ा-करकट घर से निकालना बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि कूड़े-कबाड़े के साथ शनिवार को दुर्भाग्य भी घर से निकल जाता है।
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