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धर्म-अध्यात्म
Vastu Dosh: दर्पण का करे सही उपयोग दूर होता है वास्तुदोष
Sanjna Verma
20 July 2024 10:17 AM GMT
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Vastu Tips: दर्पण का उपयोग केवल सजने, संवरने एवं श्रृंगार के लिए ही नहीं बल्कि वास्तुदोष दूर करने के लिए भी होता है। इसका सही ढंग से उपयोग विभिन्न प्रकार के वास्तु दोषों का निराकरण करता है। दर्पण के विभिन्न प्रकार के प्रयोगों से जीवन में समृद्धि लाई जा सकती है और नकारात्मक प्रभाव देने वाली ऊर्जा को परिवर्तित किया जा सकता है। दर्पण का जहां सही उपयोग करने से वास्तु दोषों में कमी आती है, वहीं गलत प्रकार से उपयोग में लाया गया दर्पण अनेक गंभीर समस्याओं को पैदा करता है।
-टूटा हुआ दर्पण भारतीय संस्कृति में अशुभ माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति सुबह उठते ही टूटा दर्पण अथवा शीशा देख ले, तो उसका पूरा दिन संघर्षमय व्यतीत होता है।
-वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में कोई भी टूटा हुआ कांच का टुकड़ा अथवा दर्पण नहीं होना चाहिए तथा धुंधला या विकृत प्रतिबिंब दिखाने वाले आईने को भी प्रयोग में नहीं लाना चाहिए।
-दो दर्पण एक-दूसरे के सामने नहीं लगाने चाहिए क्योंकि इससे उस स्थान पर शांति व शुभ ऊर्जा संचार की अपेक्षा बेचैनी तथा उदासी की मात्रा में वृद्धि होती है।
-शयनकक्ष में भी दर्पण नहीं लगाना चाहिए, खासतौर पर उस जगह जहाँ से सोने वाला बिस्तर उसमें दिखाई देता हो, शयनकक्ष में बिस्तर के सामने लगा हुआ दर्पण पति-पत्नी के बीच मन-मुटाव, वैमनस्य का कारण बनता है। जगह के अभाव में अगर दर्पण वहाँ लगाना भी पड़े तो सोते समय शीशे को किसी कपड़े से ढक देना चाहिए।
-किसी भी कमरे में दरवाजे के अंदर की ओर भी दर्पण नहीं लगाना चाहिए।
-व्यापारिक स्थल पर दर्पण इस प्रकार लगाना चाहिए जिसमें आपका cash box, बिलिंग मशीन, रजिस्टर आदि सामान का प्रतिबिम्ब दिखाई दे, इससे संपन्नता आती है। व्यापार का स्थान, नकद लेन-देन पर दर्पण लगाना लाभदायक होता है।
-पूर्व की दीवार पर तथा घर या कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने की दीवार पर गोल दर्पण लगाना लाभकारी होता है, यह दर्पण उगते हुए सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है।
आवासीय भवन अथवा व्यावसायिक भवन में ईशान क्षेत्र में दर्पण लगाया जाए, तो इससे आय में वृद्धि होती है।
-उत्तर-पूर्व की दीवार पर लगा दर्पण नई-नई योजनाओं के द्वार खोलता है।
-घर का कोई कोना जहां कोई गतिविध न होती हो या वहां अंधेरा हो तो वहां पर नकारात्मक ऊर्जा का संचार शुरू हो जाता है। ऐसे स्थान को ऊर्जावान करने के लिए वहां दर्पण का प्रयोग किया जा सकता है तथा सही स्थिति में वहां दर्पण लगाकर प्रकाश भी बढ़ाया जा सकता है।
-यदि आपके घर के बाहर Phone के खंभे, वृक्ष या दूसरे के घर की दीवारों से बनने वाले कोण वास्तुदोष पैदा करते हैं तो जरूरत के अनुसार वहां पर दर्पण लगाकर वेध को विपरीत दिशा में प्रतिबिंबित कर वास्तुदोष को कम किया जा सकता है।
-रसोईघर में दर्पण लगाने की भूल न करें। चाहें तो भोजन कक्ष में डाइनिंग टेबल के पास दर्पण लगा सकते हैं।
Sanjna Verma
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