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धर्म-अध्यात्म
Vakratunda Sankashti Chaturthi 2021 : कल है वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी, जानिए समय, महत्व और पूजा विधि
Rani Sahu
23 Oct 2021 1:54 PM GMT
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संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है
संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, प्रत्येक महीने में दो चतुर्थी तिथियां होती हैं, अर्थात् संकष्टी चतुर्थी और विनायक चतुर्थी.
संकष्टी चतुर्थी कृष्ण पक्ष के दौरान पूर्णिमा के बाद आती है, जबकि विनायक चतुर्थी शुक्ल पक्ष के दौरान अमावस्या के बाद आती है. हालांकि, जब एक संकष्टी चतुर्थी आश्विन महीने में आती है, तो इसे वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत कहा जाता है. इस महीने ये 24 अक्टूबर 2021 को मनाया जाएगा.
इस दिन, भक्त एक दिन का उपवास रखते हैं और समृद्ध और बाधा मुक्त जीवन के लिए भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए उनकी पूजा करते हैं. भगवान गणेश बुद्धि के सर्वोच्च स्वामी हैं और अपने भक्तों के जीवन से बाधाओं को दूर करते हैं.
वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी 2021: तिथि और शुभ मुहूर्त
दिनांक: 24 अक्टूबर 2021, रविवार
चतुर्थी तिथि प्रारंभ – 03:01 प्रात: 24 अक्टूबर 2021
चतुर्थी तिथि समाप्त – 05:43 प्रात: 25 अक्टूबर 2021
संकष्टी दिवस पर चंद्रोदय – 08:07 सायं
वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी 2021: महत्व
हर महीने, भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है, की पूजा नाम और पीता के साथ की जाती है. इस दिन शाम को चांद दिखने के बाद भक्त पूजा करते हैं.
ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन उपवास करते हैं, उन्हें सुखी, समृद्ध और बाधा रहित जीवन का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही, इस दिन, हिंदू विवाहित महिलाएं अपने पति की सुरक्षा और लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का पालन करती हैं.
वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी 2021: पूजा विधि
– सुबह जल्दी उठकर नहा लें और साफ कपड़े पहनें.
– धार्मिक रूप से व्रत रखने का संकल्प लें.
– शाम के समय दूर्वा घास, फूल, अगरबत्ती आदि चढ़ाकर पूजा करें.
– लड्डू, पूरी, हलवा आदि भोज करें.
– वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा का पाठ करें और आरती कर पूजा समाप्त करें.
– आरती के बाद चंद्रमा भगवान की पूजा करें और अर्घ्य दें और व्रत तोड़ें.
इस दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाती है. उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करने से वो अत्यंत ही प्रसन्न होते हैं और आपको मनवांछित फल प्रदान करते हैं.
ये दिन अपने आप में बहुत ही शुभ है जो सभी के जीवन में संपन्नता और समृद्धि लाती है. अगर आप भगवान गणेश का सच्चे मन से ध्यान करते हैं तो आपकी समस्त मनोकामनाएं स्वत: ही पूर्ण हो जाएगी.
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