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नई दिल्ली : हिंदू धर्म में अमावस्या का खास महत्व होता है और खासकर वैशाख के महीने में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वैशाख अमावस्या कहते हैं. कहा जाता है कि इसी दिन से त्रेता युग की शुरुआत हुई थी, ऐसे में इस अमावस्या का खास महत्व होता है. लेकिन, इस बार इसकी तिथि को लेकर भक्तों के मन में बहुत उलझन है कि यह कब मनाई जाएगी. कुछ लोग 7 मई, मंगलवार और कुछ लोग 8 मई, बुधवार को अमावस्या की तिथि मान रहे हैं. ऐसे में जानिए उदया तिथि के अनुसार वैशाख अमावस्या कब मनाई जाएगी और किस समय आप दान-पुण्य और स्नान (Daan-Snan) कर सकते हैं.
वैशाखअमावस्या कब है
वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 7 मई को सुबह 11:41 से शुरू हो गई है जो कि 8 मई को सुबह 8:52 पर खत्म होगी, ऐसे में उदया तिथि के अनुसार वैशाख अमावस्या 8 मई को मान्य है. वैशाख अमावस्या में स्नान करने का शुभ मुहूर्त 8 मई को सुबह 4:10 से 4:52 तक है, जबकि दान-पुण्य करने का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurt) सुबह 5:34 से सुबह 7:15 तक रहेगा. ऐसे में ज्योतिषियों के अनुसार 8 मई 2024, बुधवार के दिन ही वैशाख अमावस्या मनाई जाएगी.
वैशाख अमावस्या पर क्या करें
इस दिन स्नान-दान करने की परंपरा है. इतना ही नहीं इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण या कर्मकांड करने का भी महत्व होता है. वैशाख अमावस्या के दिन स्नान करते हुए जल में तिल प्रवाहित करने चाहिए, इससे साधकों के जीवन में सुख-शांति और सकारात्मकता बनी रहती है. वैशाख अमावस्या के दिन सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य देना भी बहुत शुभ माना जाता है और आप किसी गरीब या पंडित को दान पुण्य भी कर सकते हैं. कहते हैं कि वैशाख अमावस्या पर कुछ उपाय करने से काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) को भी दूर किया जा सकता है, इस दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करके पूजा की जाती है.
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Apurva Srivastav
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