धर्म-अध्यात्म

इस ​पूजन विधि से कुंवारी कन्याओं को मिलेगा मनचाहा वर

Tara Tandi
11 July 2023 10:39 AM GMT
इस ​पूजन विधि से कुंवारी कन्याओं को मिलेगा मनचाहा वर
x
हिंदू धर्म में सावन महीने का बहुत महत्व होता हैं और इस दौरान पड़ने वाले सोमवार और मंगलवार को भी विशेष माना जाता हैं, सोमवार का दिन जहां शिव भक्ति के लिए उत्तम माना जाता हैं तो वही मंगलवार का दिन माता गौरी की पूजा अर्चना को समर्पित होता हैं आज श्रावण मास का दूसरा मंगला गौरी व्रत है जो कि मां गौरी की पूजा अर्चना के लिए विशेष होता हैं।
इस दिन साधक देवी मां को प्रसन्न करने के लिए दिनभर का उपवास रखते हैं और माता की विधि विधन से पूजा करते हैं माना जाता हैं​ कि मंगला गौरी व्रत पूजन करने से अखंड सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में खुशहाली का आशीर्वाद मिलता हैं तो वही कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती हैं और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं ऐसे में अगर आप आज के दिन देवी मां का व्रत पूजन कर रही हैं तो आज हम आपके लिए मां गौरी की पूजा विधि बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
मंगला गौरी पूजा विधि—
आपको बता दें कि आज सावन के दूसरे मंगला गौरी व्रत के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर सोलह श्रृंगार करें। मां गौरी का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प करें। फिर शुभ मुहूर्त में देवी पार्वती की विधि विधान से पूजा करें इसके लिए चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर माता की प्रतिमा स्थापित करें।
माता को पुष्प, माला, सिंदूर, कुमकुम, रोली, सोलह श्रृंगार अर्पित करें उन्हें फल, मिठाइयों का भोग लगाएं। साथ ही एक पान में दो लौंग, एक हरी इलायची, एक रुपएा का सिक्का और बताशा या फिर मिठाई रखकर माता को अर्पित करें। इसके बाद धूप दीपक जलाएं और व्रत कथा का पाठ करें। अंत में देवी मां की विधि विधान से आरती करें और पूजा में होने वाली भूल चूक के लिए क्षमा मांगे। साथ ही अपनी प्रार्थना देवी मां से कहें।
Next Story