धर्म-अध्यात्म

सच्ची जीवनसाथी के है गुण

Tara Tandi
18 July 2021 11:28 AM GMT
सच्ची जीवनसाथी के है गुण
x
आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में हर तरह की परिस्थितियों का अध्ययन किया और जीवन के हर पहलू को बारीकी से समझा.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में हर तरह की परिस्थितियों का अध्ययन किया और जीवन के हर पहलू को बारीकी से समझा. आचार्य आजीवन लोगों की मदद करते रहे और उन्हें सही राह दिखाते रहे. अपने ग्रंथ चाणक्य नीति में आचार्य ने पति, पत्नी, भाई, बहन, माता, पिता के प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्य के बारे में भी विस्तार से बताया है. साथ ही सच्चे जीवनसाथी के गुणों का भी ​जिक्र किया है. बता दें आचार्य चाणक्य प्रकांड विद्वान थे और हर विषय के ज्ञाता थे. उनके अनुभव आज के समय में भी सटीक साबित होते हैं और लोगों को सही मार्ग दिखाते हैं. आचार्य की बातों से सीख लेकर आप सही और गलत का फर्क आसानी से समझ सकते हैं और अपने जीवन को तमाम विपत्तियों से बचा सकते हैं. आचार्य चाणक्य के अनुसार इन गुणों से आप अपनी पत्नी को परखकर ये पता लगा सकते हैं कि वो आपकी सच्ची संगिनी है या नहीं.

1. आचार्य का कहना था कि जिस तरह आप किसी भरोसेमंद व्यक्ति को भरोसे का काम देकर उसकी नियत की परख कर पाते हैं, ठीक उसी तरह एक पत्नी आपकी सच्ची जीवन संगिनी है या नहीं, बुरे समय में आपको इसका पता चलता है. जब आपके पास धन, यश, कीर्ति कुछ न हो. एक सच्ची जीवनसाथी विपरीत परिस्थितियों में कभी भी अपने पति का साथ नहीं छोड़ती, बल्कि उसको सकारात्मक बनाकर जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती है.

2. आचार्य चाणक्य का कहना था कि एक अच्छी पत्नी पतिव्रता धर्म का पालन करती है. उसका मन पूरी तरह अपने पति की तरफ समर्पित होता है. वो पति की खुशी के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती है. जिसे ऐसी प्यार करने वाली पत्नी मिली हो, उस व्यक्ति का जीवन पूरी तरह सफल हो जाता है.

3. आचार्य का मानना था कि जिस प्रकार संकट के समय में हम धन को बचाते हैं, उसी तरह हमें अपनी पत्नी की भी हर स्थिति में रक्षा करनी चाहिए. लेकिन जो पत्नी आपके परिवार का अहित चाहती है, आपके घर की सुख शांति को भंग करती है, परिवार में क्लेश कराती है, ऐसी पत्नी कभी किसी को सुखी नहीं रख सकती. अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए आपको अगर ऐसी पत्नी का त्याग भी करना पड़े तो संकोच न करें.

Next Story