धर्म-अध्यात्म

कल है रक्षाबंधन, जानें शुभ मुहूर्त और राखी बांधने का सही तरीका

Subhi
18 Jun 2022 3:19 AM GMT
कल है रक्षाबंधन, जानें शुभ मुहूर्त और राखी बांधने का सही तरीका
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भारतवर्ष में वैसे तो साल भर कई तरह के पर्व और उत्सव मनाए जाते हैं, लेकिन भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन का अलग ही महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्रावण महीने की पूर्णिमा तिथि पर ये पर्व मनाया जाता है।

भारतवर्ष में वैसे तो साल भर कई तरह के पर्व और उत्सव मनाए जाते हैं, लेकिन भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन का अलग ही महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्रावण महीने की पूर्णिमा तिथि पर ये पर्व मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई में राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं भाई प्रेमरूपी रक्षा धागे को बंधवा कर बहन की उम्र भर रक्षा करने का संकल्प लेते हैं। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है, जिसे मनाते तो सिर्फ एक दिन हैं, लेकिन इससे बनने वाले रिश्ते जिंदगी भर निभाए जाते हैं। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस वर्ष रक्षाबंधन कब है और इस दिन भद्रा समय और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या है...

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त 2022, बृहस्पतिवार के दिन सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं उसके अगले दिन यानी 12 अगस्त शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में इस साल रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाया जाएगा।

11 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 28 मिनट से रात 09 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।

रक्षाबंधन के दिन बहनें भाई को राखी बांधने से पहले पूजा की थाली सजाती हैं। थाली में रोली, अक्षत, चंदन, दीपक, राखी और मिठाई आदि रखती हैं। पहली राखी भगवान को समर्पित की जाती है, उसके बाद ही भाई को राखी बांधें और भाई के लंबी उम्र की कामना भी करें।

राखी बंधवाते समय भाई का मुख पूरब दिशा में और बहन का पश्चिम दिशा में होना चाहिए। सबसे पहले बहनें अपने भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाएं। घी के दीपक से आरती उतारें, उसके बाद मिष्ठान खिलाकर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें।


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