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कल है Masik Shivratri, जानें शुभ मुहूर्त, और शिव पूजा- सामग्री की पूरी लिस्ट
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। भाद्रपद मास में 5 सितंबर, रविवार को मासिक शिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान शिव की पूजा- अर्चना की जाती है। मासिक शिवरात्रि के पावन दिन भगवान शंकर की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। भगवान शंकर की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और शिव पूजा- सामग्री की पूरी लिस्ट...
मासिक शिवरात्रि मुहूर्त
भाद्रपद, कृष्ण चतुर्दशी प्रारम्भ - 08:21 ए एम, सितम्बर 05
भाद्रपद, कृष्ण चतुर्दशी समाप्त - 07:38 ए एम, सितम्बर 06
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मासिक शिवरात्रि पूजा विधि...
इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
इस समय कोरोना महामारी की वजह से घर में ही भोलेनाथ की पूजा- अर्चना करें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
अगर घर में शिवलिंग है तो शिवलिंग का गंगा जल, दूध, आदि से अभिषेक करें।
भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती की पूजा अर्चना भी करें।
भोलेनाथ का अधिक से अधिक ध्यान करें।
ऊॅं नम: शिवाय मंत्र का जप करें।
भगवान भोलेनाथ को भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
भगवान की आरती करना न भूलें।
मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- 04:30 ए एम से 05:15 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:55 ए एम से 12:45 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:26 पी एम से 03:17 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 06:26 पी एम से 06:51 पी एम
अमृत काल- 11:05 ए एम से 12:45 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11:57 पी एम से 12:43 ए एम, सितम्बर 05
मासिक शिवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट
पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि।