धर्म-अध्यात्म

सावन का दूसरा सोमवार आज, जानें व्रत विधि, मुहूर्त और पूजा नियम

Shiddhant Shriwas
2 Aug 2021 10:21 AM GMT
सावन का दूसरा सोमवार आज, जानें व्रत विधि, मुहूर्त और पूजा नियम
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यह भगवान शिव का प्रिय महीना सावन चल रहा है। सावन का महीना 25 जुलाई से प्रारंभ हुआ था जो 22 अगस्त को समाप्त होगा। धार्मिक दृष्टि से यह महीना बहुत ही शुभ माना जाता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यह भगवान शिव का प्रिय महीना सावन चल रहा है। सावन का महीना 25 जुलाई से प्रारंभ हुआ था जो 22 अगस्त को समाप्त होगा। धार्मिक दृष्टि से यह महीना बहुत ही शुभ माना जाता है। श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से की जाती है। सावन में सोमवार व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और सावन का दूसरा सोमवार व्रत 02 अगस्त को है। सावन सोमवार के दिन व्रत धारण कर महादेव की आराधना करने से भक्तों के सभी कष्ट मिट जाते हैं। उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन के दूसरे सोमवार को नवमी तिथि है और इस दिन कृत्तिका नक्षत्र रहेगा। वहीं चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करेगा, जहां पर राहु पहले से ही विराजमान है। राहु और चंद्रमा से इस दिन ग्रहण योग का निर्माण होगा। आइए जानते हैं सावन सोमवार किस विधि से आप भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

सावन के दूसरे सोमवार का शुभ मुहूर्त

अभिजीत : 12:19 पीएम – 01:11 पीएम

अमृत काल : 08:01 पीएम – 09:49 पीएम

ब्रह्म मुहूर्त : 04:47 एएम – 05:32 एएम

गोधुली मुहूर्त : 07:01 पीएम – 07:25 पीएम

सावन सोमवार व्रत विधि

सुबह दिन जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प करें। फिर शिव मंदिर जाकर भोलेनाथ का गंगा जल चढ़ाएं। साथ ही माता पार्वती और नंदीजी को भी गंगाजल या दूध चढ़ाएं। पंचामृत से रुद्राभिषेक करें, बिल्व पत्र अर्पित करें। भगवान शिव को उनकी प्रिय चीजें भांग-धतूरा, चंदन, अक्षत चढ़ाएं। प्रसाद के रूप में भगवान शिव को घी शक्कर का भोग लगाएं। धूप, दीप से गणेश जी की आरती करें। अंत में भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें। शाम को पूजा के बाद व्रत खोलकर सात्विक भोजन ग्रहण करें।

इन बातों का ध्यान रखें

शिव पूजा में केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

तुलसी को कभी भी भगवान शिवजी को अर्पित नहीं किया जाता है।

शिवलिंग पर कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए।

शिवजी को हमेशा कांस्य और पीतल के बर्तन से जल अर्पित करें।

सावन सोमवार व्रत के लाभ

कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है और चंद्र ग्रह से जुड़े सभी दोष दूर होते हैं।

सावन सोमवार व्रत से अविववाहित लड़कियों को योग्य वर प्राप्त होता है।

सावन सोमवार व्रत रखने वाले भक्तों का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।

इस व्रत से नौकरी की समस्या का निदान होता है और व्यवसाय में लाभ मिलता है।

सावन सोमवार व्रत से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।

सोमवार व्रत से जीवन-मृत्यु के चक्र से छुटकारा मिल जाता है।



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