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धर्म-अध्यात्म
प्रेम संबंधों में आ रहे तनाव को दूर करेगी आज की चाणक्य नीति
Tara Tandi
25 July 2023 9:28 AM GMT
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आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया हैं इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया हैं जिसका अनुसरण करने वाला व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता हासिल करता हैं।
चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियों का निर्माण किया हैं चाणक्य ने प्रेम संबंधों को लेकर भी कई महत्वपूर्ण बातें की हैं जिसका पालन अगर किया जाए तो व्यक्ति रिश्तों में झट से सुधार हो जाता हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रेम संबंधों से जुड़ी आज की चाणक्य नीति बता रहे हैं।
आज की चाणक्य नीति—
आचार्य चाणक्य की नीत अनुसार मनुष्य को अपने साथ का हमेशा ही सम्मान करना चाहिए। अगर व्यक्ति अपने साथी को सबके सामने अपमानित करता हैं तो वह ना केलव उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाता हैं बल्कि अपना भी मान सम्मान खो देता हैं। प्रेम संबंधों में एक दूसरे का सम्मान न करने से रिश्तों में दरार पैदा हो जाती हैं जिसके कारण रिश्ता बिखर भी सकता हैं। इसके अलावा अगर हम किसी से प्रेम करते हैं तो ऐसे में अहम यानी अहंकार को स्थान ना दें। क्योंकि अहंकार प्रेम संबंधों में दूरिया पैदा करता हैं। अहंकार के कारण रिश्तो में तनाव आने लगता हैं ऐसे में हमेशा अपने साथी को अहमियत देनी चाहिए और मैं की जगह हम को स्थान देना बेहतर होता हैं।
चाणक्य नीति कहती हैं कि प्रेम जीवन जी रहे लोगों को अपने साथी पर विश्वास होना जरूरी हैं जिस रिश्ते में विश्वास और भरोसा नहीं होता हैं ऐसे संबंध को हल्के से झटके में भी तोड़ा जा सकता हैं ऐसे में अपने रिश्तों में शक को कभी आने ना दें। अगर आप किसी से प्रेम करते हैं तो अपने साथी को थोड़ी आजादी भी दें। क्योंकि रिश्तों में बंदिशे परेशानी और तनाव का कारण बन जाती हैं।
Tara Tandi
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