धर्म-अध्यात्म

आज गुरुवार को बन रहा है खास योग, जानें क्या

Triveni
25 Feb 2021 1:46 AM GMT
आज गुरुवार को बन रहा है खास योग, जानें क्या
x
25 फरवरी को गुरु पुष्य मुहुर्त राज योग बन रहा है। इस दिन माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी भी है।

जनता से रिश्ता वेबडेसक | ये लाइनें दुष्यंत कुमार की एक गजल की हैं- तेरा निज़ाम है सिल दे जुबान शायर की, ये एहतियात जरूरी है इस बह़र के लिए। कहा जाता है कि दुष्यंत कुमार ने ये लाइनें 1975-77 के आपातकाल की पृष्ठभूमि में लिखी थीं। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए ऐसा लगता है कि ये आज के लिए ही लिखी गई हैँ। इस बात को अब सच उत्तर प्रदेश के उन्नाव में किया गया है। वहां आठ ट्विटर हैंडल चलाने वाले लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई है। उनका दोष यह है कि उन्होंने वहां तीन दलित लड़कियों की मिली लाश के बारे में ट्विट किए थे। जिन लोगों पर मुकदमा हुआ है, उनमें कांग्रेस नेता उदित राज, कुछ पत्रकार और दलित अधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। यूपी पुलिस का कहना है कि उदित राज ने भी अपने ट्वीट के जरिए गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने का काम किया। जबकि उदितराज का कहना है कि उन्होंने जो ट्वीट किया था, वह पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले के बयान के आधार पर किया था, जिसमें उन्होंने आशंका जताई थी कि मृत लड़कियों के साथ हो सकता है कि रेप भी हुआ हो।

उन्नाव जिले के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में पिछले हफ्ते तीन लड़कियां एक खेत में बेहोशी की हालत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिली थीं। तीनों लड़कियां बुधवार दोपहर मवेशियों के लिए चारा लेने खेत में गई थीं, लेकिन जब देर शाम तक वे नहीं लौटीं, तो उनकी तलाश की गई। तीनों ही युवतियां एक ही परिवार की थीं, जिनमें दो चचेरी बहनें थीं। तीसरी एक लड़की उन दोनों की रिश्ते में बुआ लगती थी। तीनों की उम्र 13 साल, 16 साल और 17 साल थी। अस्पताल पहुंचने से पहले ही दो लड़कियों की मौत हो गई, जबकि एक लड़की गंभीर हालत में कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है। लड़कियों के कुछ परिजनों ने बेटियों के साथ 'गलत काम' होने की भी आशंका जताई थी, जिसके आधार पर कुछ जगहों पर ऐसी खबरें भी प्रकाशित हुईं। हाल में हाथरस में भी ऐसा मामला सामने आया था, जहां पुलिस ने पहले यह कहने की कोशिश की थी कि लड़की से बलात्कार नहीं हुआ। यहां भी प्रशासन का यही दावा है। मगर पीड़ित पक्ष की आशंकाओं के आधार पर खबर छापना या ट्विट करना अपराध कैसे है, यह समझना मुश्किल है। क्या ये एफआईआर हर संभावित आवाज को दबाए रखने की कोशिश नहीं हैं? 25 फरवरी को गुरु पुष्य मुहुर्त राज योग बन रहा है। इस दिन माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी भी है। कवि घाघ ने इसके बारे में दो पंक्ति कही हैं 'अष्टमी तीज त्रयोदशी। पूछो ना पंडित ज्योतिषी।' अर्थात शुक्ल पक्ष की तृतीया, अष्टमी और त्रयोदशी, इन तिथियों में बिना किसी विद्वान से पूछे भी शुभ कार्य में प्रयोग कर लेना चाहिए। जब बृहस्पतिवार को पुष्य नक्षत्र होता है तो गुरु पुष्य योग बनता है। इस बारे में शास्त्रों का कहना है कि यह योग वर्ष में एक या दो बार आता है और कभी आता भी नहीं है। लेकिन इसकी उपयोगिता सभी महुर्तों से अधिक है।
यह भी पढ़ें: Magh Purnima 2021: 27 फरवरी को है माघ पूर्णिमा, इस दिन स्नान के बाद ये काम करने से आती है शुभता
25 फरवरी को बृहस्पतिवार के दिन पुष्य नक्षत्र दोपहर 1:16 बजे तक है। इसके साथ साथ 28 महत्वपूर्ण योगों में शोभन योग भी अति उत्तम है। इस विशेष योग में विवाह कार्य छोड़ कर जितने भी शुभ कार्य हैं उनको करना उत्तम रहता है। जैसे भूमि,भवन खरीदना,रजिस्ट्री कराना, टोकन मनी देना, नींव पूजन, गृह प्रवेश, नवीन वाहन बेचना या खरीदना,किसी के साथ व्यापारिक अनुबंध करना, व्यापार आरंभ करना, धातु, आभूषण आदि खरीदना,नवीन वस्त्र खरीदना, घर के उपकरण जैसे एसी ,कूलर ,फ्रिज या सोफा खरीदना इस योग में बहुत श्रेष्ठ माना गया है। इसके साथ-साथ साधक लोग सिद्धि के लिए मंत्र को सिद्ध करने के लिए इस योग को श्रेष्ठ मानते हैं। इस योग में मंत्र जाप,अनुष्ठान और किसी रत्न को विशेष मंत्रों द्वारा आभिमंत्रित करना श्रेष्ठ माना गया है।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)


Next Story