धर्म-अध्यात्म

आज शनि जयंती पर इन आसान उपायों से शनिदेव को करे खुश

Subhi
30 May 2022 5:39 AM GMT
आज शनि जयंती पर इन आसान उपायों से शनिदेव को करे खुश
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हिंदू धर्म में शनि जयंती का अत्यंत महत्व है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार शनि देव का जन्म अमावस्या तिथि पर हुआ था. यही कारण है कि शनि देव को अमावस्या अधिक प्रिय है.

हिंदू धर्म में शनि जयंती का अत्यंत महत्व है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार शनि देव का जन्म अमावस्या तिथि पर हुआ था. यही कारण है कि शनि देव को अमावस्या अधिक प्रिय है. इस बात का उल्लेख भविष्य पुराण में भी मिलता है कि शनि देव को अमावस्या अधिक प्रिय है. शनि जयंती (Shani Jayanti 2022) हर वर्ष जेष्ठ महीने की अमावस्या पर मनाई जाती है.

इस बार शनि जयंती 30 मई 2022 दिन सोमवार यानी आज मनाई जा रही है. भोपाल के रहने वाले पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिष के अनुसार जिनकी कुंडली में आधा और ढैया की युति है वे शनि जयंती पर शनि देव की पूजा करके अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं और बुरे परिणामों से दूर हो सकते हैं.

इस तरह करें शनि को प्रसन्न

शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती पर उड़द, तेल, नीलम, तिल, कुल्थी, भैंस, लोहा, दक्षिणा और काले वस्त्रों का दान करना चाहिए. यह सभी चीजें शनि की वस्तु मानी जाती है इनका दान करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है.

पंडित जी के अनुसार शनि जयंती पर शनि देव की पूजा करने के बाद राहु केतु की पूजा भी करनी चाहिए. इसके अलावा इसी दिन से एक काला कुत्ता पाल कर उसकी सेवा करने से शुभ फल प्राप्त होता है.

शनि अमावस्या पर दिन या रात के समय शनि चालीसा और शनि मंत्रों का जाप करना लाभकारी होता है. इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ शुभ फलदाई माना जाता है. शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और कच्चा सूत बांध कर उसकी सात परिक्रमा करें.

शनि जयंती के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके अलावा तिल और उड़द के पकवान बनाकर जरूरतमंदों को खिलाएं. साथ ही पीपल पर पेड़ में सात प्रकार का अनाज अर्पित करें.

शनि देव सूर्य देव के पुत्र हैं उन्हें प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती पर काली चीटियों को गुड़ और आटा खिलाना चाहिए.


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