धर्म-अध्यात्म

आज है साल का आखिरी बड़ा मंगल, हनुमान जी कृपा पाने के लिए करें इन मंत्रों का जाप

Subhi
14 Jun 2022 3:30 AM GMT
आज है साल का आखिरी बड़ा मंगल, हनुमान जी कृपा पाने के लिए करें इन मंत्रों का जाप
x
आज यानी 14 जून को हनुमान जी का प्रिय महीना ज्येष्ठ समाप्त हो रहा है। सबसे खास बात ये है कि कल मंगलवार है और हनुमान जी की पूजा-अर्चना के लिए ये दिन उत्तम माना जाता है।

आज यानी 14 जून को हनुमान जी का प्रिय महीना ज्येष्ठ समाप्त हो रहा है। सबसे खास बात ये है कि कल मंगलवार है और हनुमान जी की पूजा-अर्चना के लिए ये दिन उत्तम माना जाता है। ज्येष्ठ के सभी मंगलवार बड़ा मंगल कहलाते हैं। इस दिन देश के कई स्थानों पर भंडारे किए जाते हैं। कल साल का आखिरी बड़ा मंगल है। कहते हैं कि जो भी जातक सच्चे मन से इस दौरान महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना करते हैं उनके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसे में हनुमान जी की उपासना करके आप विशेष कृपा पा सकते हैं। इस अवसर पर हम आपको हनुमान जी के कुछ मंत्रों के बारे में बताएंगे जिनका जाप कर हनुमत भक्तों के संकट दूर होते हैं और बजरंग बली की महती कृपा मिलती है। आइए जानते हैं हनुमान जी के कुछ चमत्कारी मंत्रों के बारे में...

हनुमान जी कृपा पाने के लिए करें इन मंत्रों का जाप

ऊं हं हनुमते नम:

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये मंत्र अत्यंत ही लाभकारी माना जाता है। कहा जाता है कि इस मंत्र के जाप से हनुमत भक्तों को हर कष्ट और रोग से मुक्ति मिलती है। ऐसे में साल के आखिरी बड़ा मंगल पर इसका जाप जरूर करें।

हनुमान जी कृपा पाने के लिए करें इन मंत्रों का जाप

मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी।

कहा जाता है कि जो भी भक्त इस मंत्र का जाप रोजाना सच्चे मन से करता है, उस पर हनुमान जी की कृपा बरसती है और सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

हनुमान जी कृपा पाने के लिए करें इन मंत्रों का जाप

ओम ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।

साल के आखिरी बड़े मंगल पर आप हनुमान जी के इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से हर प्रकार की बाधा का नाश होता है।

हनुमान जी कृपा पाने के लिए करें इन मंत्रों का जाप

ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय

साल के आखिरी बड़े मंगल पर भगवान हनुमान की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप जरूर करें। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति प्रेत बाधा एवं अन्य नकारात्मक शक्तियों से बचा रहता है।

Next Story