धर्म-अध्यात्म

आज है होलिका दहन, यहां जानें शुभ मुहूर्त और होलिका पूजन विधि

Teja
17 March 2022 7:27 AM GMT
आज है होलिका दहन, यहां जानें शुभ मुहूर्त और होलिका पूजन विधि
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रंगों के त्यौहार होली की देश में तैयारी जोरों पर है। आज होलिका दहन है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | रंगों के त्यौहार होली की देश में तैयारी जोरों पर है। आज होलिका दहन है जबकि कल यानी 18 मार्च को रंग वाली होली खेली है। हिंदू धर्म में होली का त्योहार बेहद खास माना गया है। क्योंकि होली पर असत्य पर सत्य की जीत हुई थी। इसलिए त्योहार को लोग गले मिलकर और रंग लगाकर खेलते हैं।होलिका दहन पूजन का शुभ मुहूर्त आज शाम 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक है। होलिका दहन का समय 01 घंटा 10 मिनट है। इस दौरान भद्रा पूंछ रात 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। भद्रा मुख रात 10 बजकर 16 मिनट से 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।

होलिका दहन पूजा का शुभ मुहूर्त
होलिका दहन गुरुवार, मार्च 17, 2022 को
होलिका दहन मुहूर्त - रात 9 बजकर 6 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक
अवधि - 01 घण्टा 10 मिनट
रंगवाली होली शुक्रवार, मार्च 18, 2022 को
भद्रा पूंछ - रात 9 बजकर 6 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक
भद्रा मुख - रात 10 बजकर 16 मिनट से लेकर 18 मार्च 2022 की दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक
ऐसे करें होलिका की पूजा
होलिका दहन से पहले उसकी पूजा करने का विधान है। इस दिन पूजा करने से जातक को हर तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलने के साथ शुभ फलों की प्राप्ति होती है। होलिका दहन के दिन सूर्योदय के समय सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें। इसके बाद होलिका पूजन वाले स्थान पर जाएं। इसके बाद पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं।
सबसे पहले गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमाएं बनाएं। इसके बाद हाथों को धोकर पूजा प्रारंभ करें। सबसे पहले जल अर्पित करें। इसके बाद रोली, अक्षत, फूल, हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल, रंग, सात प्रकार के अनाज, गेहूं की बालियां, गन्ना,चना आदि एक-एक करके अर्पित कर दें, साथ ही भगवान नरसिंह की पूजा भी कर लें। होलिका पूजा के बाद कच्चा सूत से होलिका की 5 या 7 बार परिक्रमा करके बांध दें।
होलिका दहन के उपाय
- शास्त्रों में होली की भस्म को काफी शुभ माना जाता है। होलिका की राख को माथे पर लगाने से अच्छा परिणाम मिलता है और नकारात्मक शाक्तियां दूर हो जाती है। साथ ही जीवन में सकारात्मकता का वास होता है। अटके हुए काम बनने लगते हैं।
- होलिका दहन की भस्म को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस भस्म को घर में लाकर हर कोने में छिड़कने से नकारात्मक ऊर्जा भाग जाती है। साथ ही घर में सुख और समृद्धि का वास होता है। वहीं घर में मां लक्ष्मी का वास रहता है।
- यदि कोई लंबे समय से बीमार हो और उसे बीमारी से मुक्ति नहीं मिल पा रही हो तो होलिका दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बतासा और एक पान का पत्ता इन सभी को होली पर जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन इस राख को लाकर रोगी के शरीर पर लगाएं और फिर हल्के गर्म पानी से स्नान कराएं, ऐसा कराने से उसे जल्द ही स्वास्थ्य लाभ होगा।


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