धर्म-अध्यात्म

आज गुरु प्रदोष व्रत है,जानें दिन अनुसार प्रदोष व्रत का लाभ

Kajal Dubey
16 Dec 2021 1:29 AM GMT
आज गुरु प्रदोष व्रत है,जानें दिन अनुसार प्रदोष व्रत का लाभ
x
प्रदोष व्रत करने से सुख, सौभाग्य बढ़ता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज मार्गशीर्ष शुक्ल त्रयोदशी है. आज गुरु प्रदोष व्रत (Guru Pradosh Vrat) है. प्रदोष व्रत करने से सुख, सौभाग्य बढ़ता है, शत्रुओं का प्रभाव खत्म होता है. आज प्रदोष व्रत पर अनंग त्रयोदशी का संयोग है. प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा प्रदोष मुहूर्त में की जाती है, वहीं अनंग त्रयोदशी (Ananga Trayodashi) पर शिव और शक्ति के साथ कामदेव भी पूजे जाते हैं. आज प्रदोष व्रत की पूजा के ​लिए मुहूर्त शाम को 05 बजकर 27 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक है. इस शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करें. जो लोग अनंग त्रयोदशी व्रत रहेंगे, वे कभी भी पूजा कर सकते हैं क्योंकि शिव पूजा में राहुकाल भी मान्य नहीं होता है. महादेव तो स्वयं महाकाल हैं, तो राहु की उनके समक्ष क्या बिसात है.

प्रदोष व्रत 2021 के दिन शुभ मुहूर्त
शिव योग: आज प्रात: 07 बजकर 18 मिनट तक, उसके बाद सिद्ध योग बन जाएगा.
अभिजित मुहूर्त: आज दिन में 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक.
विजय मुहूर्त: यह आज दोपहर 02 बजे से लेकर दोपहर 02 बजकर 41 मिनट तक है.
दिन अनुसार प्रदोष व्रत का लाभ
प्रदोष व्रत हर मास के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. इस दिन जो दिन होता है, उस अनुसार उस प्रदोष का फल होता है.
सोम प्रदोष व्रत: सोमवार के प्रदोष व्रत को सोम प्रदोष व्रत कहते हैं. इस दिन व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
भौम प्रदोष व्रत: मंगलवार के प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहते हैं. इस व्रत से बीमारी में लाभ होता है.
बुध प्रदोष व्रत: बुधवार के प्रदोष व्रत को बुध प्रदोष कहते हैं. यह सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला है.
गुरु प्रदोष व्रत: गुरुवार का प्रदोष व्रत गुरु प्रदोष व्रत होता है. इसके पुण्य से शत्रुओं पर विजय मिलती है.
शुक्र प्रदोष व्रत: शुक्रवार के दिन होने वाले प्रदोष व्रत को शुक्र प्रदोष व्रत क​हते हैं. इसके पुण्य से सुखी दांपत्य जीवन और सौभाग्य बढ़ता है.
शनि प्रदोष व्रत: शनिवार के प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहते हैं. शनि प्रदोष का व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए रखा जाता है.
रवि प्रदोष व्रत: रविवार के दिन के प्रदोष व्रत को र​वि प्रदोष कहते हैं. इसे करने से आरोग्य और लंबी आयु प्राप्त होती है.


Next Story