धर्म-अध्यात्म

आज है चैत्र अमावस्‍या, जाने स्‍नान-दान और महत्व

Subhi
1 April 2022 3:31 AM GMT
आज है चैत्र अमावस्‍या, जाने स्‍नान-दान और महत्व
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हिंदू धर्म में हर अमावस्‍या-पूर्णिमा को महत्‍वपूर्ण माना गया है. लेकिन इनमें से कुछ अमावस्‍या-पूर्णिमा को विशेष महत्‍व दिया गया है. आज यानी कि 1 अपैल 2022, शुक्रवार को चैत्र अमावस्या है.

हिंदू धर्म में हर अमावस्‍या-पूर्णिमा को महत्‍वपूर्ण माना गया है. लेकिन इनमें से कुछ अमावस्‍या-पूर्णिमा को विशेष महत्‍व दिया गया है. आज यानी कि 1 अपैल 2022, शुक्रवार को चैत्र अमावस्या है. इस तिथि को पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए विशेष तौर पर महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्‍नान-दान करने, पितरों को दान करने से पितृ प्रसन्‍न होते हैं. इस बार चैत्र अमावस्‍या पर कुछ ऐसे शुभ योग बन रहे हैं, जिसने इस दिन का महत्‍व और भी बढ़ा दिया है. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है, वे आज इसका निवारण कर सकते हैं.

चैत्र अमावस्‍या पर 4 शुभ योग

आज चैत्र अमावस्‍या पर दो बेहद शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन पहले ब्रह्म योग बन रहा है और उसके बाद इंद्र योग रहेगा. आज रेवती नक्षत्र भी रहेगा. इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बनेगा. इन योग में किया गया स्‍नान-दान, पूजा-पाठ बहुत पुण्‍य देता है.

चैत्र अमावस्या का शुभ मुहूर्त

चैत्र अमावस्या तिथि 31 मार्च को दोपहर 12:22 मिनट बजे से शुरू हो चुकी है और 1 अप्रैल की सुबह 11:53 मिनट तक रहेगी. इस दौरान सुबह 09:37 बजे से ब्रह्य योग रहेगा फिर इंद्र योग शुरू होगा. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 10:40 बजे से 2 अप्रैल की सुबह 06:10 बजे तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 बजे से 12:50 बजे तक रहेगा.

चैत्र अमावस्या पूजा विधि

चैत्र अमावस्‍या के दिन बेहतर होगा कि किसी पवित्र नदी में स्नान करें, वरना घर पर ही पवित्र नदी का जल मिले पानी से स्‍नान करें. फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें. पितरों का तर्पण करें. चैत्र अमावस्‍या के दिन कपड़ों, आंवला, कंबल, घी आदि का दान करना अच्‍छा होता है.


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