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इन राशि वालों के लिए बेहद खास है आज का दिन, शनि की महादशा तक से बचाएंगे ये उपाय
शनि देव की कृपा पाने के लिए और शनि की महादशा के दौरान मिलने वाले नकारात्मक असर से बचने के लिए शनिचरी अमावस्या का दिन बहुत खास होता है. ऐसे जातक जिनकी कुंडली में शनि दोष है या जिन पर शनि की साढ़े साती, ढैय्या चल रही है, उन्हें शनि अमावस्या के दिन कुछ उपाय जरूर कर लेने चाहिए. वैशाख महीने की अमावस्या आज यानी कि 30 अप्रैल, शनिवार को है और इसी दिन सूर्य ग्रहण भी है, ऐसे में शनि संबंधी उपाय करने का महत्व और बढ़ गया है.
ये राशि वाले कर लें शनि के उपाय
29 अप्रैल को शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही मीन राशि पर शनि की साढ़े साती शुरू हो चुकी है. इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो गई है. इसके अलावा कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण और मकर पर अंतिम चरण शुरू हो गया है.
चूंकि शनि न्याय के देवता हैं इसलिए साढ़े साती और ढैय्या के दौरान उनकी कड़ी नजर रहती है. यदि इस दौरान लोग गलत काम करें तो शनि की नाराजगी उनका जीवन तबाह कर देती है. इसके अलावा यदि शनि कुंडली में अशुभ स्थिति में हों, तो भी जातक को बुरा फल मिलता है. ऐसे में शनि अमावस्या के दिन इन पांचों राशियों के जातकों को कुछ उपाय कर लेने चाहिए, इससे उन्हें शनि की टेढ़ी नजर से राहत मिलेगी.
शनि दोष दूर करने के उपाय
शनिश्चरी अमावस्या के दिन माही नदी में स्नान करने से शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि दोष की पीड़ा से राहत मिलती है. इससे सारे दुख-दर्द, बाधाएं समाप्त होती हैं.
किसी जरुरतमंद को दान करें. उसे भोजन, वस्त्र, जूते-चप्पल दान करें. इससे शनि प्रसन्न होते हैं. इसके अलावा काले तिल, काले कपड़े का दान करना भी अच्छा होता है.
शनि दोष के प्रभाव को कम करने के लिए शनिश्चरी अमावस्या पर काले कपड़े में काले उड़द, काले तिल और लोहा बांधकर तेल में भिगोएं, फिर इसे शनिदेव को चढ़ाएं. इससे राहत मिलेगी.
शनि चालीसा पढ़ें. बेहतर होगा कि हर शनिवार को शनि चालीसा, शनि स्तोत्र या शनि दशरथकृत स्त्रोत का पाठ करें.
घर में शनि यंत्र की स्थापना करने के लिए शनि अमावस्या को बहुत अच्छा दिन माना गया है. साथ ही रोज इसकी विधि-विधान से पूजा करने से सारी परेशानियां दूर होंगी और तरक्की-पैसा मिलेगा.
विशेषज्ञ से सलाह लेकर काले घोड़े की नाल की अंगूठी बनवाकर मध्यमा अंगुली में धारण करें.