धर्म-अध्यात्म

शुक्र ग्रह की कृपा पाने के लिए धारण करते हैं हीरा, ऐसे कर सकते हैं हीरे को एक्टिव

Tulsi Rao
17 Jun 2022 8:24 AM GMT
शुक्र ग्रह की कृपा पाने के लिए धारण करते हैं हीरा, ऐसे कर सकते हैं हीरे को एक्टिव
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Hira Ratan Upay: बहुत से लोग हीरे की अंगूठी तो पहन लेते हैं किंतु अपने ही घर में उससे संबंधित रिश्ते को कभी सम्मान नहीं देते , हीरा तो महंगा रत्न है और इसकी कीमत को देखते हुए लोगों की अपेक्षा रहती है कि इसे पहनते ही फल मिलने लगे. अब अपेक्षित फल न मिलने पर सुझाव देने वाले ज्योतिषी से शिकायत करते हैं कि पंडित जी, आपके कहने पर मैंने इतना अधिक पैसा खर्च कर दिया फिर भी उसका कोई लाभ नहीं हो रहा है. हीरे का लाभ तो तभी मिलेगा जब उससे संबंधित रिश्ते को भी महत्व दिया जाएगा. लेख में जानते हैं कि हीरा धारण करने के बाद कैसे इसे एक्टिव किया जाता है और परिवार के किस महत्वपूर्ण रिश्ते से उसका सीधा संबंध है.

शुक्र ग्रह की कृपा पाने के लिए धारण करते हैं हीरा
लोग शुक्र ग्रह की कृपा पाने के लिए हीरा धारण करते हैं, हीरे के अंगूठी में या फिर गले की चेन में पहनते हैं, शुक्र ग्रह सुख समृद्धि देने वाला है और इसकी कामना से ही लोग हीरे को धारण करते हैं. ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को ऐश्वर्य का ग्रह माना जाता है. जिनकी कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होता है, उन लोगों को शारीरिक और आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है.
ऐसे कर सकते हैं हीरे को एक्टिव
हीरा धारण करने के बाद उसे एक्टिवेट करना होता है. इसके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि हीरा एक्टिव करने के लिए परिवार में किसकी शुभकामना चाहिए. हीरे का सीधा संबंध पत्नी से होता है. घर में पत्नी या बहू दुखी है तो शुक्र प्रसन्न होने के बजाय कुपित हो जाएंगे और यदि शुक्र कुपित हो गए तो हीरा पूरा फल नहीं दे पाएगा. जीवनसाथी से संबंध अच्छे हैं तो शुक्र का आशीर्वाद मिलेगा और हीरा भी पूरा परिणाम देगा.
जीवनसाथी को कभी न बोले अपशब्द
जीवनसाथी को कटु वचन नहीं बोलने चाहिए और न ही उन्हें किसी भी प्रकार का कष्ट देना चाहिए, उन्हें अपशब्द नहीं बोलना है बल्कि जीवनसाथी का सम्मान करना है, उनके मन की बात को समझने की कोशिश करना होगा, यदि आपने ऐसा किया तो समझिए आपके जीवन में माधुर्य आ जाएगा. किसी भी व्यक्ति के जीवन में पत्नी के आते ही स्थिरता आ जाती है.
पति पत्नी के प्रेम का प्रतीक हैं अर्ध नारीश्वर
अर्धनारीश्वर की कल्पना भी पति पत्नी के प्रेम का प्रतीक है. अर्धनारीश्वर यानी आधे में शिव जी और आधे में पार्वती जी, आधा पुरुष और आधा नारी. जीवन साथी शरीर के बाएं अंग को रिप्रजेंट करता है और बाईं तरफ ही दिल होता है, यहीं प्रेम है, यहीं सहिष्णुता है, यहीं भावनाएं हैं और यहीं भंडार है. जिस तरह कोई भी व्यक्ति कोई काम दोनों हाथों के सपोर्ट से कर लेता है उसी तरह जीवनसाथी के साथ कंपनी यानी सहयोग बना कर चलेंगे तो शुक्र स्वतः ही प्रसन्न हो जाएगा और शुभ फल देगा तथा हीरा भी एक्टिव हो जाएगा.
पत्नी नहीं है तो करें यह उपाय
जिनके जीवन में पत्नी नहीं है या वह अविवाहित हैं तो उन्हें सम्पूर्ण नारी जाति का ही सम्मान करना चाहिए, देवी मां की उपासना करें नित्य देवी मंदिर जाएं. नवरात्र में तो मां भगवती की उपासना कर कन्याओं को भोज कराया ही जाता है किंतु प्रत्येक शुक्रवार देवी मां के मंदिर में जाकर उपासना करें और नवरात्रि की तरह कन्याओं को भोज कराएं तथा उन्हें गिफ्ट दें तो शुक्र की कृपा होने लगेगी. किसी गरीब कन्या का विवाह आर्थिक कारणों से नहीं हो पा रहा है तो आप उनके परिवार में आर्थिक मदद कर सकते हैं. यदि आप किसी कन्या का घर बसाने में आर्थिक मदद करेंगे तो शुक्र बहुत जल्द एक्टिव हो जाएगा और हीरा भी एक्टिव हो जाएगा. देवी मंदिर में दुर्गा जी की मूर्ति को सिल्वर चमकीले कलर के कपड़े भेंट करें.


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