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सनातन परंपरा में जीवन के तमाम सुखों को भोगने के लिए मां लक्ष्मी की साधना बताई गई है. समुद्र मंथन से निकली धन की देवी माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति को जीवन में धन-धान्य आदि का सुख प्राप्त होता है. भगवान विष्णु की पत्नि माता लक्ष्मी को आदि शक्ति भी कहा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि माता लक्ष्मी के एक नहीं बल्कि आठ स्वरूपों की पूजा की जाती है.
क्यों करनी चाहिए अष्ट लक्ष्मी की साधना
यदि इस कोरोना काल में आपका व्यापार ठप्प पड़ गया है या फिर आय के तमाम साधन खत्म हो गये हैं और आप आर्थिक रूप से परेशान चल रहे हैं तो जीवन को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए आपको धन की देवी के इन आठ स्वरूपों की जरूर साधना करना चाहिए. अष्ट लक्ष्मी की साधना से आपको न सिर्फ धन बल्कि, यश, आयु, वाहन,पुत्र, भवन आदि की प्राप्ति होती है. अष्ट लक्ष्मी की साधना करने से आपको आठों प्रकार के ऐश्वर्य प्राप्त होने लगते हैं. माता लक्ष्मी के आठ स्वरूपों को भक्ति भाव से पूजा करने पर आपको तेज, बल, साहस, सौदर्य एवं तमाम प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं.
आदिलक्ष्मी
माता लक्ष्मी का पहला स्वरूप आदि लक्ष्मी का है. इनकी साधना करने से साधक को तमाम प्रकार की सुख-संपदा प्राप्त होती है.
धन लक्ष्मी
माता लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा, जप एवं ध्यान आदि करने पर साधक का घर हमेशा धन से भरा रहता है. उसकी विभिन्न स्रोतों से आय होती है.
ऐश्वर्य लक्ष्मी
मां लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा करने पर साधक समाज में खूब नाम होता है. उसकी यश, प्रतिष्ठा बढ़ती है. वह जीवन में तमाम तरह के ऐश्वर्य को प्राप्त करता है.
संतान लक्ष्मी
जीवन में कितना भी रुपया पैसा हो लेकिन यदि आपके घर में कोई संतान नहीं है तो इंसान की खुशियां अधूरी होती हैं. धन-धान्य की देवी मां लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा करने पर सुंदर, गुणी एवं संस्कारी संतान की प्राप्ति होती है.
धान्य लक्ष्मी
जब भी हम ईश्वर से सुख की कामना करते हैं तो हमेशा यही कहते है कि हमारा घर धन-धान्य से भरा रहे. माता के इस स्वरूप की साधना करने से साधक का घर हमेशा अन्न के भंडार से भरा रहता है. माता लक्ष्मी हमेशा उसके घर में अन्न के रूप में विराजमान रहती है. जिन लोगों के घर में अन्न की बर्बादी होती है, उस घर से लक्ष्मी जी रूठ कर चली जाती हैं, क्योंकि अन्न भी माता लक्ष्मी का ही प्रतीक होता है.
गज लक्ष्मी
गज पर सवार माता लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा करने पर साधक को राजसत्ता, सरकार आदि से तमाम प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं. माता के इस स्वरूप को खेती-किसानी करने वाले लोगों के लिए वरदान माना गया है. मान्यता है कि माता के इस स्वरूप की पूजा करने पर किसानों को अच्छी फसल की प्राप्ति होती है.
वीर लक्ष्मी
वीर लक्ष्मी को मां कात्यायनी का स्वरूप माना जाता है. मान्यता है कि सच्चे मन से पूजा करने से पर माता वीर लक्ष्मी अपने साधक को अकाल मृत्यु से बचाती हैं. माता की कृपा से साधक के भीतर आत्मबल एवं साहस आता है.
विजय लक्ष्मी
यदि आप किसी मामले को लेकर कोर्ट-कचहरी के चक्कर काट रहे हैं या फिर आपको हर समय शत्रुओं से भय बना रहता है तो आपको माता विजय लक्ष्मी की साधना जरूर करना चाहिए. मां विजय लक्ष्मी की कृपा से शत्रु स्वयं अपनी हार मानते हुए आपके आगे घुटने टेक देंगे.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)