- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- शुक्रवार और रविवार को...
Disha शूल | रोजमर्रा की जिंदगी में किसी भी काम को पूरा करने के लिए एक स्थान से दूसरी जगह पर जाने के लिए यात्रा करनी पड़ती है। यात्रा किसी भी व्यक्ति के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे अशुभ योग बताए गए हैं, जो आपके बने बनाए काम को बिगाड़ सकते हैं। वास्तु विद्वान मानते हैं की दिशाओं का चयन ही हमारी यात्रा को सुखद और दुखद बनाता है। कई बार गलत दिशा में की गई यात्रा मुसीबतों को बुलावा दे सकती है लेकिन शायद ही कुछ लोगों को पता हो कि दिशा शूल के माध्यम से चारों दिशाओं के शुभ और अशुभ प्रभावों को जाना जा सकता है। अगर आप भी दिशाओं के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं तो इस आर्टिकल को पढ़ना बिल्कुल न भूलें। तो चलिए जानते हैं -
What is Disha Shool क्या है दिशा शूल: शास्त्रों में कुछ ऐसे दिन बताए गए हैं, जिसमें यात्रा करना वर्जित होता है। दिशा शूल एक ऐसा योग है, जो यात्रा में दिशा से संबंधित परेशानियों को बताता है। इसका मतलब ये है कि जिस दिशा में आप यात्रा कर रहे हैं, अगर उस दिशा में शूल है तो आपका काम खराब होने की पूरी आशंका है। वैसे तो ज्यादातर दिशा शूल अशुभ होते हैं लेकिन कुछ दिशा शूल शुभ भी होते हैं। इसी के साथ यह भी बताया गया है कि यात्रा से वापिस आते समय दिशा देखने की जरूरत नहीं होती। आइए जानते हैं किस दिन में यात्रा करना होता है अशुभ।
Ways to avoid Disha Shool दिशा शूल से बचने के उपाय: कई बार कुछ ऐसे जरुरी काम आ जाते हैं, जिनके सामने हमे हार माननी पड़ती है, फिर चाहे कुछ भी हो जाए। ऐसे में अगर आप भी शुक्रवार या रविवार के दिन यात्रा करना चाहते हैं तो दिशा शूल से बचने के लिए बाहर निकलने से पहले पांच कदम पीछे लें, जौ या राई खाकर निकलें।