धर्म-अध्यात्म

दिन-रात तरक्की दिलाता है यह योग, शादीशुदा जिंदगी रहती है सुखमय

Tulsi Rao
7 Jan 2022 10:21 AM GMT
दिन-रात तरक्की दिलाता है यह योग, शादीशुदा जिंदगी रहती है सुखमय
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कुंडली का रूचक योग शुभ परिणाम देता है. जानते हैं कि रूचक योग क्या होता है और इस कुंडली में इसके बनने से क्या-क्या लाभ होते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नक्षत्र और ग्रह से कुंडली में कई प्रकार के योग बनते हैं. जिसमें से कुछ शुभ तो कुछ अशुभ प्रभाव देते हैं. कुंडली का शुभ जहां इंसान को दिन-रात तरक्की दिलाता है. वहीं अशुभ योग के कारण जीवन में कई प्रकार की दिक्कतें और परेशानियां आती हैं. कुंडली का रूचक योग शुभ परिणाम देता है. जानते हैं कि रूचक योग क्या होता है और इस कुंडली में इसके बनने से क्या-क्या लाभ होते हैं.

रूचक योग के शुभ परिणाम (Benefits of Ruchak yog)
ज्योतिष शास्त्र में रूचक योग को शुभ माना गया है. इसके शुभ प्रभाव से इंसान बलशाली, पराक्रमी, साहसी और मानसिक रूप से तंदुरुस्त रहता है. इसके अलावा व्यक्ति में निर्णय लेने की क्षमता जबरदस्त होती है. इस योग के शुभ प्रभाव से जातक क्रिकेटर, सेना में अधिकारी, राजनेता, मंत्री और विभिन्न प्रकार की सुरक्षा सेवा में जलवा बिखेरता है. इस समय पीएम नरेन्द्र मोदी की कुंडली में रूचक योग बना हुआ है.
कब शुभ परिणाम देता है रूचक योग
अगर किसी जातक की कुंडली के पहले घर में रूचक योग बने तो वह शारीरिक रूप से बलिष्ठ, पराक्रमी होता है. साथ ही व्यावसाय में सफल होता है. इसके अलावा शादीशुदा जिंदगी बहुत अधिक सुख पाता है. अगर रूचक योग कुंडली के चौथे और सातवें घर में बनता है तो इंसान के समाज में बहुत अधिक प्रतिष्ठा मिलती है. वहीं अगर कुंडली के 10वें घर में यह योग बने तो राजनेता या मंत्री के तौर पर खूब प्रतिष्ठा हासिल करता है.
ऐसे में अशुभ परिणाम देता है रूचक योग
कुंडली में मंगल के शुभ होने पर ही रूचक योग का शुभ परिणाम मिलता है. क्योंकि अगर कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में है तो मांगलिक दोष का उत्पन्न होता है. वहीं मंगल दो या इससे अधिक अशुभ ग्रहों से प्रभावित है तो रूचक योग का शुभ फल नहीं मिलता. इसके अलावा अगर कुंडली में मांगलिक दोष, पितृ दोष या काल सर्प दोष हैं तो भी इस योग का शुभ परिणाम नहीं मिलता है. जिस कारण जातक को अनैतिक काम करने लगता है


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